तेरे आने की जब खबर महके-गैर फ़िल्मी गज़ल २०००
नवाज़ देवबंदी ने. धुन स्वयं जगजीत सिंह ने तैयार की है.
इसे समीरा रेड्डी पर फिल्माया गया है.
गज़ल के बोल:
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके
शाम महके तेरे तसव्वुर से
शाम महके तेरे तसव्वुर से
शाम के बाद फिर सहर महके
शाम के बाद फिर सहर महके
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके
रात भर सोचता रहा तुझको
रात भर सोचता रहा तुझको
ज़हान-ओ-दिल मेरा रात भर महके
ज़हान-ओ-दिल मेरा रात भर महके
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके
याद आये तो दिल मुनव्वर हो
याद आये तो दिल मुनव्वर हो
दीद हो जाए तो नज़र महके
दीद हो जाए तो नज़र महके
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके
वो घडी दो घडी जहाँ बैठे
वो घडी दो घडी जहाँ बैठे
वो ज़मीन महके वो शजर महके
वो ज़मीन महके वो शजर महके
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके
...................................................................
Tere aane ki jab khabarmehke-Jagjit Singh Ghazal
0 comments:
Post a Comment