एक परदेसी मेरा दिल ले गया-फागुन १९५८
सुन्दर प्रयोग है इस गीत में.
इस गीत को सुन कर बरसों तक ये समझ नहीं आया कि
मोती मोती अँखियाँ हैं या मोटी मोटी अँखियाँ हैं. गीत है
फिल्म फागुन से. गीत की धुन इतनी आकर्षक है कि इस
पर डांस करने का मन करता है
आशा और रफ़ी की आवाज़ में सुनते हैं कमर जलालाबादी
की रचना जिसकी धुन तैयार की है ओ पी नैयर ने.
गीत के बोल:
इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया
हाँ इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया हाँ
कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
होए कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
मेरे परदेसिया की यही है निशानी
अँखियां बिल्लोर की शीशे की जवानी
मेरे परदेसिया की यही है निशानी
अँखियां बिल्लोर की शीशे की जवानी
ठण्डी ठण्डी आहों का सलाम दे गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया हाँ
कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
होए कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
ढूँढ रहे तुझे लाखों दिल वाले
कर दे ओ गोरी ज़रा आँखों से उजाले
ढूँढ रहे तुझे लाखों दिल वाले
कर दे ओ गोरी ज़रा आँखों से उजाले
आँखों का उजाला परदेसी ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया हाँ
कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
होए कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
उसको बुला दूँ सामने ला दूँ
क्या मुझे दोगी जो तुमसे मिला दूँ
उसको बुला दूँ सामने ला दूँ
क्या मुझे दोगी जो तुमसे मिला दूँ
जो भी मेरे पास था वो सब ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया हाँ
कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया
इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया
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Ek pardesi mera dil le gaya-Phagun 1958
Artists: Bharat Bhushan, Madhubala
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