छुप छुप रोना सीखा-सावन भादो १९४९
की फिल्म सावन भादो से एक गीत. सावन का महीना
आने को है इसलिए इसे सुन लेते हैं, इस अनुमान के
साथ कि इस साल बारिश अच्छी होगी.
मुल्क राज भाखरी के बोल हैं और हुस्नलाल भगतराम का
संगीत. इसे लता मंगेशकर संग जोहराबाई अम्बलेवाली ने
गाया है.
गीत के बोल:
कलेजा थाम लो अब दिलजले फरियाद करते हैं
जिसने दर्द दिया है, उसी को याद करते हैं
छुप छुप रोना सीखा
छुप छुप रोना सीखा तेरे संग नैन मिला के
तेरे संग नैन मिला के
नैन मिला के
आ जा घर बाबू आ जा बैठी हूँ मैं नैन बिछा के
बैठी हूँ मैं नैन बिछा के
छुप छुप रोना सीखा
छुप छुप रोना सीखा तेरे संग नैन मिला के
नैन मिला के
एक जुदाई तेरी दूजे ये रात अँधेरी
जिया ना लागे मेरा आँख ना लागे मेरी
एक जुदाई तेरी दूजे ये रात अँधेरी
जिया ना लागे मेरा आँख ना लागे मेरी
हो ओ ओ आ जा घर बाबू आ जा
आ जा घर बाबू आ जा बैठी हूँ मैं नयन बिछा के
छुप छुप रोना सीखा
छुप छुप रोना सीखा तेरे संग नैन मिला के
नैन मिला के
क्यूँ चल दिये दुनिया मेरी अँधेर बना के
करते हैं उजाला हम दिल आग जला के
दिन मेरे ये कटते है अब तेरे ही ख़यालों में
और रात गुजरती है मेरी आँसू बहा के
छुप छुप रोना सीखा
छुप छुप रोना सीखा तेरे संग नैन मिला के
नैन मिला के
छुप छुप रोना सीखा
छुप छुप रोना सीखा तेरे संग नैन मिला के
नैन मिला के
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Chhup chhup rona-Sawan bhado 1949
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