ज़माने में अजी ऐसे कई-जीवन मृत्यु १९७०
राखी इस फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं. गीत जेब रहमान पर
फिल्माया गया है.
गीत: आनंद बक्षी
गायिका: लता मंगेशकर
संगीत: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीत के बोल:
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी……….....नादान होते हैं
वहाँ ले जाते हैं कश्ती वहाँ ले जाते हैं कश्ती
वहाँ ले जाते हैं कश्ती जहाँ तूफ़ान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
शमा की बज़्म में आ कर ये परवाने समझते हैं
ये परवाने समझते हैं
यहीं पर उम्र गुज़रेगी ये दीवाने समझते हैं
मगर एक रात के कहाँ
मगर एक रात के ये तो फ़क़त मेहमान होते हैं
मगर एक रात के ये तो फ़क़त मेहमान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
मोहब्बत सबकी महफ़िल में शमा बन कर नहीं जलती
शमा बन कर नहीं जलती
हसीनों की नज़र सब पे छुरी बन कर नहीं चलती
जो हैं तक़दीर वाले हाँ
जो हैं तक़दीर वाले बस वही क़ुर्बान होते हैं
जो हैं तक़दीर वाले बस वही क़ुर्बान होते हैं
वहाँ ले जाते हैं कश्ती जहाँ तूफ़ान होते हैं
डुबो कर दूर साहिल से नज़ारा देखने वाले
नज़ारा देखने वाले
लगा कर आग चुप के से तमाशा देखने वाले
तमाशा आप बनते हाँ
तमाशा आप बनते हैं तो क्यूँ हैरान होते हैं
तमाशा आप बनते हैं तो क्यूँ हैरान होते हैं
वहाँ ले जाते हैं कश्ती जहाँ तूफ़ान होते हैं
.........................................................
Zamane mein aji aise kai-Jeevan Mrityu 1970
Artists: Zeb Rehman, Dharmendra, Kanhaiyalal, Ajit, Ramesh Deo, Krishan Dhawan,
0 comments:
Post a Comment