ग़म का फ़साना बन गया अच्छा-मनचली १९७३
हैं. हम जगजीत सिंह और चित्रा सिंह की बात नहीं कर
रहे. फिल्म मनचली का गीत है जिसमें किशोर कुमार की
आवाज़ के साथ लीना चंदावरकर की आवाज़ है.
संजीव कुमार और लीना चंदावरकर पर ये गीत फिल्माया
गया है. आनंद बक्षी के बोल हैं और लक्ष्मी प्यारे का संगीत.
ये अपने ज़माने का एक लोकप्रिय गीत है.
किशोर कुमार ने लीना चंदावरकर से शादी बाद में की थी.
फिल्म रिलीज़ के समय तक लीना उनकी भविष्य में होने
वाली बीवी थीं.
गीत के बोल:
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आ के मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आ के मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
तुम्हारे ख़यालों में खो जायें
ये जी चाहता है के सो जायें
देखो बातों बातों में चाँदनी रातों में
ख़्वाब सुहाना बन गया अच्छा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
बतायें तुम्हें क्या कहाँ दर्द है
यहाँ हाथ रखना यहाँ दर्द है
देखो बातों बातों में दो ही मुलाकातों में
दिल ये निशाना बन गया अच्छा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
मुहब्बत की रंगीन महफ़िल में
जगह मिल गई आपके दिल में
देखो बातों-बातों में प्यार की बारातों में
अपना ठिकाना बन गया अच्छा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
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Gham ka fasana-Manchali 1973
Artists: Sanjeev Kumar, Leena Chandavarkar
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