हाय सदक़े तेरे-हलचल १९५१
सन १९५१ की फिल्म हलचल से लाता मंगेशकर का गाया एक गीत
सुनते हैं.
इस गीत को खुमार बाराबंक्वी ने लिखा है और मोहम्मद शफ़ी इसके
संगीतकार हैं. मधुर गीत है और आपने इसे नहीं सुना है तो एक बार
अवश्य सुनें.
गीत के बोल:
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हाय सदक़े तेरे
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हर बात तेरी मतवाली है
हाय सदक़े तेरे
कह ले सुन ले दिल की बातें
रात गुज़रने वाली है
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हाय सदक़े तेरे
रात का आँचल ढलका जाये
दिल का साग़र छलका जाये
दिल का साग़र छलका जाये
आज हुआ मालूम ये मुझको
दर्द से दुनिया खाली है
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हाय सदक़े तेरे
मचले उमंगें जी लहराये
दिल पहलू से निकला जाये
दिल पहलू से निकला जाये
साज़-ए-मुहब्बत छेड़ ले प्यारे
रात बड़ी मतवाली है
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हाय सदक़े तेरे
हाय सदक़े तेरे ओ बाँके मेरे
हर बात तेरी मतवाली है
हाय सदक़े तेरे
...........................................................
Haye sadke tere-Halchal 1951
Artists: Dilip Kumar, Sitara
0 comments:
Post a Comment