कभी अजनबी थे-शीर्षक गीत १९८५
लगभग ४० के आसपास है. इन गीतों में से अधिकाँश लोकप्रिय हैं.
आज सुनेंगे कभी अजनबी थे फिल्म से एक गीत.
देव कोहली के लिखे गीत की तर्ज़ बनायीं है विजय सिंह ने और
इसे गाया है लता मंगेशकर और सुरेश वाडकर ने. इसे आपने एक
ना एक बार अवश्य सुना होगा. लोकप्रिय गीत है ये.
गीत के बोल:
कभी अजनबी थे ज़मीन आसमान ये
तेरा हाथ थामा जो हुए मेहरबान ये
कभी अजनबी थे
बरसात ये प्यार की ना रुकेगी
अब तो घटा और नीचे झुकेगी
बरसात ये प्यार की ना रुकेगी
अब तो घटा और नीचे झुकेगी
बरसों की प्यासी ये दिल की ज़मीन है
चल भीग जाएँ जन्नत यहीं है
कभी अजनबी थे ज़मीन आसमान ये
तेरा हाथ थामा जो हुए मेहरबान ये
कभी अजनबी थे
तकदीर के फैसले कैसे कैसे
शुरू हो गए सिलसिले कैसे कैसे
तकदीर के फैसले कैसे कैसे
शुरू हो गए सिलसिले कैसे कैसे
आई बहारें आने से तेरे
खिले गुल हजारों गुलशन में मेरे
कभी अजनबी थे ज़मीन आसमान ये
तेरा हाथ थामा जो हुए मेहरबान ये
कभी अजनबी थे
साजन मेरे हाथ थामे ही चलना
रास्ता नया हर कदम पर संभालना
साजन मेरे हाथ थामे ही चलना
रास्ता नया हर कदम पर संभालना
ठोकर लगे तो भी कुछ गम नहीं है
साथ जो मेरे तू हमनशीं है
कभी अजनबी थे ज़मीन आसमान ये
तेरा हाथ थामा जो हुए मेहरबान ये
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Kabhi ajnabi the-Titlesong
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