Jun 17, 2017

ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई-हासिल २००३

शब्दों के बाजीगर क्या क्या लिख जाएँ कुछ कह नहीं
सकते. इस गीत का ही उदाहरण ले लीजिए, जिंदगी
को जिंदगी मिल रही है जैसे आत्मा से आत्मा मिलती
है. ये कुछ कुछ वैसा ही है ऑक्सीजन से ऑक्सीजन
मिल गई, नाइट्रोजन से नाइट्रोजन मिल गई. ग्लूकोज
से ग्लूकोज मिल गया.

हासिल फिल्म का गीत है जो सन २००३ की एक फिल्म
है. उदित नारायण के साथ सोनाली वाजपेयी इसे गा
रही हैं. जतिन ललित संगीतकार हैं और गीत लिखा है
इसरार अंसारी ने.
   


गीत के बोल:

ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
एक शमा की जिसे आरज़ू थी उसे चाँदनी ही मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई

चाहा था साथी सनम तुम जैसा तुम्हारी क़सम
ख़िज़ा छटते-छटते बहार आ गई
मुझे मेरी मंज़िल नज़र आ गई
दिल के तारों को जो छेड़ दे प्यार से रागिनी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
ख़्वाब में जिसको मैं सोचती थी कभी आशिक़ी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई

साँसों में तूफ़ान है तू भी अभी अनजान है
जो ख़्वाहिश है उनसे भी ज़्यादा करें
जहाँ को भुलाने का वादा करें
हमने सोचा जहाँ आशियाँ हो वहाँ इक नदी भी मिल गई
पा के तुमको मुझे हर ख़ुशी मिल गई
रात तारों भरी और मुझे शाम भी
सुरमई सी मिल गई
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Zindagi se nayi zindagi-Haasil 2003

Artists:Jimmy Shergill, Hrishita Bhatt

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