ऊपर देखो या नीचे-आन बान १९७२
सुनते हैं. गीत में अभिनेत्री रेखा का नाम भी आता है.
गुलशन बावरा जो इस गीत के रचयिता हैं कल्याणजी आनंदजी
और आर डी बर्मन के साथ सबसे ज्यादा काम करने के लिए
जाने जाते हैं. गुलशन बावरा ने शंकर जयकिशन के लिए कुल
जमा १० गीत लिखे, ये वो हैं जो फ़िल्में रिलीज़ हुई हैं. बाकी
अगर किसी अनरिलीज्ड फिल्म के लिए उन्होंने लिखे हों तो मुझे
इसकी जानकारी नहीं है.
गीत सुनते हैं जो रफ़ी का गाया हुआ है.
गीत के बोल:
ऊपर देखो या नीचे आगे देखो या पीछे
या देखो दायें बाएं बस हम ही हम नज़र आयें
ऊपर देखो या नीचे आगे देखो या पीछे
या देखो दायें बाएं बस हम ही हम नज़र आयें
आज तो हम आँखों पे छाये कल दिल पे छाएंगे
चैन से सोने भी ना देंगे ख्वाबों में आयेंगे
तडपना भी हम जानें बहलना भी हम जानें
कहो तडपायें या बहलायें बस हम ही हम नज़र आयें
ऊपर देखो या नीचे आगे देखो या पीछे
या देखो दायें बाएं बस हम ही हम नज़र आयें
लगता है के अपने मिल गए जबसे आपको देखा
देख लो अपने हाथ है जिनमे अपने नाम की रेखा
तुम चाहे ना पहचानो इतनी सी अपनी मानो
हम दो से एक हो जाएँ बस हम ही हम नज़र आयें
ऊपर देखो या नीचे आगे देखो या पीछे
या देखो दायें बाएं बस हम ही हम नज़र आयें
साथ हमारा जनम जनम का क्यूँ इस जनम जुदाई
नहीं निभानी थी तो पिछले जनम कसम क्यूँ खायी
अच्छा है मिल के रहना फूलों सा खिल के रहना
फिर क्यों न हम मुस्काएं बस हम ही हम नज़र आयें
ऊपर देखो या नीचे आगे देखो या पीछे
या देखो दायें बाएं बस हम ही हम नज़र आयें
बस हम ही हम नज़र आयें
बस हम ही हम नज़र आयें
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Oopar dekho ya neeche-Aan Baan 1972
Artists: Rajendra Kumar, Rakhi
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