ओ दूर जाने वाले-प्यार की जीत १९४८
से बढ़ कर एक लिखने वाले और एक से बढ़ कर एक धुनें
बनाने वाले. इस युग के गीत सुनने वाले भी गोल्डन किस्म
के हैं, ऐसा मैंने कुछ लोगों को कहते सुना. इसी बात पर
आपको एक गाना सुनवा देते हैं.
फिल्म प्यार की जीत के लिए कमर जलालाबादी के लिखे गीत
को गाया है सुरैया ने हुस्नलाल भगतराम की धुन पर.
गीत के बोल:
ओ दूर जाने वाले
ओ दूर जाने वाले
वादा न भूल जाना
वादा न भूल जाना
रातें हुई अँधेरी
रातें हुई अँधेरी
तुम चाँद बन के आना
तुम चाँद बन के आना
ओ दूर जाने वाले
अपने हुए पराये
अपने हुए पराये
दुश्मन हुआ ज़माना
अपने हुए पराये
दुश्मन हुआ ज़माना
तुम भी अगर न आए
तुम भी अगर न आए
मेरा कहाँ ठिकाना
ओ दूर जाने वाले
ओ दूर जाने वाले
वादा न भूल जाना
वादा न भूल जाना
ओ दूर जाने वाले
आ जा किसी की आँखें
आ जा किसी की आँखें
रो रो के कह रही हैं
आ जा किसी की आँखें
रो रो के कह रही हैं
ऐसा न हो के हमको
ऐसा न हो के हमको
कर दे जुदा ज़माना
ओ दूर जाने वाले
ओ दूर जाने वाले
वादा न भूल जाना
वादा न भूल जाना
ओ दूर जाने वाले
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O door jaane wale-Pyar ki jeet 1948
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