याद करने से तुझको-गैर फ़िल्मी गीत २००१
भी निकाले. सोनू निगम ने पार्श्व गायन की शुरुआत के पहले तक
कवर वेर्ज़ं गीत गाये और प्राइवेट एल्बम वाले गीत गाये. बाकियों
जैसे उदित नारायण, कुमार सानू, अभिजीत और ने पार्श्व गायन की
शुरुआत के बाद अपने एल्बम निकाले.
आज सुनते हैं फैज़ अनवर का गाया और निखिल विनय के संगीत
से संवरा गीत. इसे शायद आपने एक ना एक बार सुना हो कहीं.
एल्बम का नाम है आशिकी.
गीत के बोल:
याद करने से तुझको निकलती है जां निकलती है जां
याद करने से तुझको निकलती है जां है जां है जां
निकलती है जां है जां है जां
भूल जाना अब तो मेरे बस में नहीं
भूल जाना अब तो मेरे बस में नहीं
नाम ले लेकर तड़पता है दिल है दिल है दिल
तड़पता है दिल है दिल है दिल
दिल दीवाना अब तो मेरे बस में नहीं
दिल दीवाना अब तो मेरे बस में नहीं
याद करने से तुझको
कहते हैं ये जो मोहब्बत है
इससे तो कोई भी बचता नहीं नहीं
जान-ए-जां अब मेरी आँखों को
तेरे सिवा कोई जंचता नहीं नहीं
हो के जुदा कैसे रहूं
दिल में है जो क्यूँ ना कहूं
क्यूँ ना कहूं जान-ए-जां
पास रहना है तेरे अपनी कसम कसम कसम
अपनी कसम कसम कसम
दूर जाना अब तो मेरे बस में नहीं
याद करने से तुझको
लगता है सारा जहां अपना
जब मेरी बाहों में होती है तू तू
बस जाऊं मैं तेरी धड़कन में
अब तो है इस दिल की ये आरज़ू आरज़ू
आ के ज़रा लग जा गले
दिल पे कोई बस ना चले
बदला है दिल का समा
याद करने से तुझको निकलती है जां है जां है जां
निकलती है जां है जां है जां
भूल जाना अब तो मेरे बस में नहीं
भूल जाना अब तो मेरे बस में नहीं
नाम ले लेकर तड़पता है दिल है दिल है दिल
तड़पता है दिल है दिल है दिल
दिल दीवाना अब तो मेरे बस में नहीं
दिल दीवाना अब तो मेरे बस में नहीं
याद करने से तुझको
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Yaad karne se tujhko-Non film song
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