ना कजरे की धार-मोहरा १९९४
सन १९९४ की फिल्म मोहरा एक बड़ी हिट फिल्म है और इसके
गीत भी जबरदस्त हिट हुए थे.
प्रस्तुत गीत साधना सरगम और पंकज उधास की आवाजों में है
जिसकी धुन बनाई है विजू शाह ने. बरसों पहले संगीतकार द्वय
कल्याणजी आनंदजी ने मुकेश से यही गीत गवाया था. उस गीत
को हम आपको बाद में सुनवायेंगे.
गीत के बोल:
ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुंदर हो
तुम कितनी सुंदर हो
ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुंदर हो
तुम कितनी सुंदर हो
मन में प्यार भरा और तन में प्यार भरा
जीवन में प्यार भरा तुम तो मेरे प्रियवर हो
तुम्हीं तो मेरे प्रियवर हो
सिंगार तेरा यौवन यौवन ही तेरा गहना
सिंगार तेरा यौवन यौवन ही तेरा गहना
तू ताज़गी फूलों की क्या सादगी का कहना
उड़े खुशबू जब चले तू
उड़े खुशबू जब चले तू बोले तो बजे सितार
ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुंदर हो
तुम कितनी सुंदर हो
सारी दुनिया हरजाई तेरे प्यार में है सच्चाई
सारी दुनिया हरजाई तेरे प्यार में है सच्चाई
इसलिए छोड़ के दुनिया तेरी ओर खिंची चली आई
थी पत्थर तूने छू कर
थी पत्थर तूने छू कर सोना कर दिया खरा
तेरा अंग सच्चा सोना मुस्कान सच्चे मोती
तेरा अंग सच्चा सोना मुस्कान सच्चे मोती
तेरे होंठ हैं मधुशाला तू रूप की है ज्योति
तेरी सूरत जैसे मूरत
तेरी सूरत जैसे मूरत मैं देखूँ बार बार
ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुंदर हो
तुम कितनी सुंदर हो
मन में प्यार भरा और तन में प्यार भरा
जीवन में प्यार भरा तुम तो मेरे प्रियवर हो
तुम्हीं तो मेरे प्रियवर हो
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Na kajre ki dhaar-Mohra 1994
Artists: Sunil Shetty, Poonam Jhawer
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