May 20, 2018

तेरी दुनिया से दूर-ज़बक १९६१

५० से ६० के दशक में आते ही रंगीन फ़िल्में ज्यादा देखने को
मिलने लगीं. फ़िल्में रंगीन हुईं तो फिल्म बनाने के खर्चे भी बढे.
फिल्म के भव्यता अवश्य बढ़ी. नायक नायिकाओं के चेहरे ज्यादा
दमकने लगे. प्रस्तुत गीत में ही आपको नायिका का मेकअप कुछ
ज्यादा नज़र आएगा.

सुनते हैं महिपाल और श्यामा पर फिल्माया गया लोकप्रिय युगल
गीत जिसे लता और रफ़ी ने गाया है.




गीत के बोल:

तेरी दुनिया से दूर चले हो के मजबूर हमें याद रखना
तेरी दुनिया से दूर चले हो के मजबूर हमें याद रखना
जाओ कहीं भी सनम तुम्हें इतनी क़सम हमें याद रखना
जाओ कहीं भी सनम तुम्हें इतनी क़सम हमें याद रखना
ओ तेरी दुनिया से दूर

आयेंगी बहारें तो तेरे ही फ़साने सुनायेंगी हमें
आयेंगी बहारें तो तेरे ही फ़साने सुनायेंगी हमें
होगी तन्हाई तो आ के तेरी यादें रुलायेंगी हमें
रुलायेंगी हमें तड़पायेंगी हमें
कभी देखी थी बहार कभी हमसे था प्यार ज़रा याद रखना
जाओ कहीं भी सनम तुम्हें इतनी क़सम हमें याद रखना
ओ तेरी दुनिया से दूर

ले जा जाने वाले दुआएं मेरे दिल की किसी से क्या गिला
ले जा जाने वाले दुआएं मेरे दिल की किसी से क्या गिला
तेरी ही खता है ना मेरी ही खता है जो होना था हुआ
जो होना था हुआ है किसी से क्या गिला
देखो रोये मेरा प्यार कहे दिल की पुकार हमें याद रखना
तेरी दुनिया से दूर चले हो के मजबूर हमें याद रखना
जाओ कहीं भी सनम तुम्हें इतनी क़सम हमें याद रखना
ओ तेरी दुनिया से दूर
..................................................................
Teri duniya se door-Zabak 1961

Artists: Mahipal, Shyama

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP