शायराना सी है जिंदगी-फिर तेरी कहानी याद आई १९९३
था कि सुनने में बेहतर लगने वाले गीतों में से एक है
अलका याग्निक का गाया हुआ ये गीत. विचार कुछ
अनूठे हैं और धुन इसके हिसाब से इसका उम्दा जोड़ है.
हालांकि अन्नू मलिक को ऐसे गानों में थोडा और बढ़िया
करने की ज़रूरत है मगर चलेगा. जब ये सबको पसंद
है तो हम भी उसमें शामिल हैं जी.
क़तील शिफ़ाई की रचना है और अन्नू मलिक का संगीत.
अलका याग्निक इसकी गायिका हैं और शायद ये गाना
उनके सबसे उम्दा गीतों में शुमार होना चाहिए. पूरा
मयखाना सड़क पर मौजूद है बस उसकी डिजाइन थोड़ी
जुदा है.
ऐसे प्रतीकात्मक गीत महेश भट्ट की फिल्मों में काफी
मिलेंगे देखने के लिए. एक बात इसमें और भी है-अच्छी
चीज़ या बात हमें सार्वजनिक जगहों पर भी मिल जाया
करती है. ऐसे गीत देख के राजस्थान के कलाकार और
गायकी याद आ जाते हैं विशेषकर मरू-क्षेत्र वाले..
गीत के बोल:
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
मैं ग़ज़ल बन गई आपके सामने
मैं ग़ज़ल बन गई आपके सामने
शौक से अब मुझे गुनगुना लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है
आप सुन तो रहे हैं मेरे दिल की लय
इसमें बेनाम सी एक उदासी भी है
आप सुन तो रहे हैं मेरे दिल की लय
इसमें बेनाम सी एक उदासी भी है
इस उदासी में नगमा कोई छेड़ कर
इस उदासी में नगमा कोई छेड़ कर
एक बेचैन दिल की दुआ लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है
आपके प्यार को जो भी मेयार है
इससे कब जाने जान मुझको इंकार है
आपके प्यार को जो भी मेयार है
इससे कब जाने जान मुझको इंकार है
जिस तरह आप चाहें नज़र आऊँ मैं
जिस तरह आप चाहें नज़र आऊँ मैं
मुझको हर रंग में आजमा लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
मैं ग़ज़ल बन गई आपके सामने
मैं ग़ज़ल बन गई आपके सामने
शौक से अब मुझे गुनगुना लीजिये
शायराना सी है जिंदगी की फ़ज़ा
आप भी जिंदगी का मज़ा लीजिये
शायराना सी है
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
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Shayrana si hai zindagi ki faza-Phir teri kahani yaad aayi 1993
Artists: Nina Gupta, Pooja Bhatt, Rahul Roy
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