आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दूँ-सोच २००२
की हरी हरी वादियों में पहुँच जाता है. लुभावनी और
आँखों को सुकून पहुंचाने वाली दृश्यावली वाला ये गाना
फिल्म सोच का है.
गीतकार समीर, संगीतकार जतिन ललित और गायिका
अलकाय याग्निक हैं. रवीना टंडन इसे परदे पर गा रही
हैं संजय कपूर के लिए.
श्रेणी बनाने वालों के लिए सुझाव-गोल्फ का मैदान हिट्स,
बोट हिट्स, समुद्र हिट, ऐतिहासिक इमारत हिट, लाल कार
हिट्स इत्यादि.
फिल्म के निर्देशक अगर इन लोकेशंस के नाम भी साथ
बतलाते चलें तो गूगल पर जगह ढूँढने के झंझट से मुक्ति
मिलेगी.
गीत के बोल:
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दूँ
इस चाहत पे साँसें भी वार दूँ
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दूँ
इस चाहत पे साँसें भी वार दूँ
बाहों में सोना यार है बेचैनी में क़रार है
इश्क़ दवा है सारे ग़म की
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
इश्क़ दवा है सारे ग़म की
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दूँ
इस चाहत पे साँसें भी वार दूँ
ये तन्हाई ले लूँ तेरी तुझपे लुटा दूँ हर खुशी
तू ना जाने तू ना समझे तुझसे है मेरी ज़िंदगी
मेरे कितने क़रीब है तू तो मेरा नसीब है
इश्क़ दवा है सारे ग़म की
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
इश्क़ दवा है सारे ग़म की
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दूँ
इस चाहत पे साँसें भी वार दूँ
माना के है मुश्किल लेकिन आसां हो जायेगा सफ़र
धीरे धीरे तुझपे होगा मेरी वफ़ाओं का असर
मुझको तो ऐतबार है कहता दिल बार बार है
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
इश्क़ दवा है सारे ग़म की
इसमें खुशबू हर मौसम की रे
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Aa mere sanm tujhko main pyar doon-Soch 2002
Artists: Raveena Tandon, Sanjay Kapoor
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