अगर तुम मिल जाओ(श्रेया)-ज़हर २००५
में. नयी पीढ़ी के गीतकार सईद क़ादरी के गीत काफी चर्चित
हैं पिछले कुछ सालों से.
ज़हर फिल्म का ये गीत दो संस्करण में उपलब्ध है और इस
गीत को काफी सारी जनता ने एक समय अपनी कालर ट्यून
बना रखा था.
गीत इमरान हाशमी और उदिता गोस्वामी पर फिल्माया गया
है. गीत में काफी उन्मुक्तता से लिपलॉक दिखलाया गया है.
इसकी धुन अन्नू मलिक ने तैयार की है जैसा कि मेरा अनुमान
है..
गीत के बोल:
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
बिना तेरे कोई दिलकश नज़ारा हम न देखेंगे
तुम्हें न हो पसंद उसको दोबारा हम न देखेंगे
तेरी सूरत न हो जिस में
तेरी सूरत न हो जिस में वो शीशा तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे दिल में रहेंगे तुझको अपना घर बना लेंगे
तेरे ख़्वाबों को गहनों की तरह ख़ुद पर सजा लेंगे
क़सम तेरी क़सम हा आ आ
क़सम तेरी क़सम तक़दीर का रुख़ मोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तुम्हें हम अपने जिस्मो-जान में कुछ ऐसे बसा लेंगे
तेरी ख़ुशबू अपने जिस्म की ख़ुशबू बना लेंगे
ख़ुदा से भी न जो टूटे
ख़ुदा से भी न जो टूटे वो रिश्ता जोड़ लेंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
तुम्हें पा कर ज़माने भर से रिश्ता तोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
अगर तुम मिल जाओ ज़माना छोड़ देंगे हम
………………………………………………..
Agar tum mil jao-Zehar 2005
Artist: Emran Hashmi, Udita Goswami
0 comments:
Post a Comment