काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें-मन १९९९
परिचित हो चले हैं. फ़िल्मी गीतों ने हमें इतना कुछ दिया
है हम धन्यवाद स्वरुप थोड़ी दाद खुजली नहीं दे सकते
क्या?
यमक अलंकार का ज्यादा प्रयोग धमक अर्थात वजन लाने
के लिए भी किया जाता है तब ये धमक अलंकार बन जाता
है. वैसे ही जैसे गले वाली चेन और भैंस बाँधने वाली चेन
दोनों हैं तो चेन ही. अलंकार और आभूषण तो वही रहेंगे
चाहे वो किसी नारी के गले मैं पड़ी चेन हो या बप्पी के
गले की. ये छोटा-बड़ा मोटा-पतला क्या होता है.
सबरे गीतकार ना जाने औरतों की जुल्फों के पीछे क्यूँ पड़े
रहते हैं. कैलाश खेर की जुल्फों पर कोई गीत नहीं लिखता.
गीत की पंक्ति से लगता है एक ही नागिन है. ये तो अपमान
हुआ ना. इसका मतलब सर में बाल कम हैं. कमसे कम दो
या तीन नागिन तो होना ही चाहिए तब गीत का वजन और
बढ़ जाता. है ना जी, आमला, इमली और ना जाने क्या-क्या
मिला के सर में लगाने का तेल बेचने वाले भाई लोग.
डिस्कवरी के अमेज़ोन के जंगल पर बनी डाक्यूमेंट्री के अंदाज़
में गाने का संगीत शुरू होता है मानो कोई लेडी अनाकोंडा
की एंट्री होने वाली हो.
नायिका का आई क्यू कम है अतः वो एक दो शब्द को बदल
वही गा देती है जो नायक गा रहा है. नायक को हिंदी के
पर्चे में डिस्टिंक्शन मिला था और नायिका को सप्लीमेंट्री.
गीत को एक आइटम सॉंग की तरह डाला गया है कहानी
में और इसमें रानी मुखर्जी दिखलाई देती हैं.
गीत के बोल:
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको मन मेरा बोले
मन में बसी है तू हौले हौले
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
गाल हैं गोरे गोरे होंठ हैं भरे रस के प्याले
चाल है बहकी बहकी तू किसी पे भी डोरे डाले
रूप है तीखा तीखा रंग है मेरा सबसे आला
हुस्न पे मर मिटता है चाहे हो कोई भी दिल वाला
देखे जो तुझको मन मेरा बोले
मन में बसी है तू हौले हौले
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें मेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को मैं देती है लाली
मेरे दिल पे है तेरे प्यार का निशान हलका हलका
बेक़रारी का मेरे जाम है सनम छलका छलका
होश में ना है कोई सब पे है तेरा जादू जादू
हैं कदम बहके बहके खुद पे न मेरा क़ाबू क़ाबू
देखे जो तुझको मन मेरा बोले
मन में बसी है तू हौले हौले
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
देखे जो तुझको मन मेरा बोले
मन में बसा है तू हौले हौले
काली नागिन के जैसी ज़ुल्फ़ें तेरी काली काली
सागर को मोती और सूरज को तू देती है लाली
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Kaali nagin ke jaisi-Mann 1999
Artists: Aamir Khan, Rani Mukherji
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