दिल के झरोखे में तुझको-ब्रह्मचारी १९६८
चर्चित गीत हैं जिन्होंने गायक के वोकल कॉर्ड्स की
बेइंतहा कसरत करवा दी. फिल्म उड़न खटोला का एक
गीत है-ओ दूर के मुसाफ़िर जिसमें स्केल की रेंज काफी
ज्यादा है और गायक ने उसे सफलतापूर्वक गाया मगर
इस गाने की रिहर्सल के बारे में अंदाज़ा लगाइये कि
कितना त्रासदायी रहा होगा गायक रफ़ी के लिए.
संगीतकारों पर समय समय पर आरोप लगते रहे हैं कि
वे गायकों से ऊंचे स्केल पर गवाते हैं. इस मामले में
एस डी बर्मन का रिकॉर्ड थोडा बेहतर है. उन्होंने,हालांकि
लाता और आशा के लिए काफी गीत ऊंची स्केल वाले
बनाये मगर रफ़ी के लिए उन्होंने स्केल को संतुलित रखा.
रफ़ी के आहिस्ता से गाये गानों में भावों का एलेमेन्ट
अपने चरम पर होता है. आखिरी खत के गीत को ही
लीजिए-और कुछ देर ठहर, और कुछ देर न जा.
शंकर जयकिशन ने भी सॉफ्ट गीत बनाये हैं रफ़ी के
लिए जैसे फिल्म अमन का-आज की रात ये कैसी रात
फिल्म ब्रह्मचारी का ये गीत ऐसा है जिसमें गायक को
काफी देर तक दो पंक्तियों को ऊंचे स्केल पर गाना पड़ता
है. एक दिलजले की इससे ऊंची पुकार क्या हो सकती है.
इतनी तड़प, इतना दर्द के दिमाग फट पड़े. प्यानो भी
सुर से सुर मिला के चीत्कार रहा है वायलिन कोयर के
साथ.
गीत के बोल:
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
कल तेरे जलवे पराये भी होंगे
लेकिन झलक मेरे ख्वाबों में होगी
फूलों की डोली में होंगी तू रुख्सत
लेकिन महक मेरे साँसों में होगी
कल तेरे जलवे पराये भी होंगे
लेकिन झलक मेरे ख्वाबों में होंगे
फूलों की डोली में होगी तू रुखसत
लेकिन महक मेरे साँसों में होगी
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
अब भी तेरे सुर्ख होंठों के प्याले
मेरे तसव्वुर में साक़ी बने हैं
अब भी तेरी ज़ुल्फ़ के मस्त साये
बिरहा की धूप में साथी बने हैं
अब भी तेरे सुर्ख होंठों के प्याले
मेरे तसव्वुर में साक़ी बने हैं
अब भी तेरी ज़ुल्फ़ के मस्त साये
बिरहा की धूप में साथी बने हैं
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
मेरी मोहब्बत को ठुकरा दे चाहे
मैं कोई तुझसे न शिकवा करूँगा
आँखों में रहती है तस्वीर तेरी
सारी उमर तेरी पूजा करूँगा
मेरी मोहब्बत को ठुकरा दे चाहे
मैं कोई तुझसे न शिकवा करूँगा
आँखों में रहती है तस्वीर तेरी
सारी उमर तेरी पूजा करूँगा
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
दिल के झरोखे में तुझको बिठा कर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बना कर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जां उदास
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Dil ke jharokhe mein tujhko bitha kar-Brahmachari 1968
Artists: Shammi Kapoor, Rajshri
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