Oct 15, 2019

मेरे महबूब तेरे दम से है-भाई भाई १९७०

एक दिन किसी विज्ञापन में मेरे महबूब फिल्म वाली
स्टाइल में टकरा कर किताबें गिराने वाली एक लड़की
‘ज़रूरत है’ शब्द तीन बार बोलती दिखी जो एक लड़के
से इसके बाद कहती है-परफ्यूम का टॉप अप. लड़का
समझ जाता है कि माजरा क्या है.

ये हिंदी फिल्मों में ज़रूर दिखता है-मैले कुचेले कपडे या
दाढ़ी बढ़ाये हुए नायकों को नायिकाएं खूब पसंद करती हैं.
असल जिंदगी में मामला उलट है. आप कीचड में गुलाटी
खा के या ३-४ दिन बिना नहाये चले जाइए लड़कियों के
बीच, सारी लड़कियां भाग जायंगी. जिन्हें नहीं दौडना आता
होगा वो भी पी टी उषा की तरह भागती नज़र आएँगी.

सुनते हैं रफ़ी की आवाज़ में एक बढ़िया गीत सन १९७०
की फिल्म भाई भाई से जिसमें सुनील दत्त डबल रोल में
हैं. गीत आशा पारेख और सुनील दत्त पर फिल्माया गया
है. गीतकार हैं हसरत जयपुरी और इस गीत का संगीत
शंकर जयकिशन ने तैयार किया है.

इस गीत में आपको मनमोहन कृष्ण और प्राण भी नज़र
आयेंगे.



गीत के बोल:

मेरे महबूब तेरे दम से है दुनिया पे बहार
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
मेरे महबूब तेरे दम से है दुनिया पे बहार
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
मेरे महबूब तेरे दम से

अपने गीतों में तेरा हुस्न नज़र आया है
इसलिए दिल तेरी महफ़िल में मुझे लाया है
रास्ता भूल गया या मेरी मंजिल है यही
रास्ता भूल गया या मेरी मंजिल है यही
कोई बतलाये के क्या खोया है क्या पाया है

मेरे महबूब तेरे दम से है दुनिया पे बहार
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
मेरे महबूब तेरे दम से

तेरी आँखों में नज़र आई है जन्नत मुझको
मेरी जन्नत तेरी आँखों के सिवा कोई नहीं
मैं तसव्वुर में तेरे झूम लिया करता हूँ
मैं तसव्वुर में तेरे झूम लिया करता हूँ
मेरी दौलत तेरी चाहत के सिवा कोई नहीं

मेरे महबूब तेरे दम से है दुनिया पे बहार
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
मेरे महबूब तेरे दम से

जिंदगानी में कई रंग के मोड़ आते हैं
तू सलामत रहे शायर की दुआ कहती है
चाँद घटता है घटे हुस्न तेरा बढ़ता रहे
चाँद घटता है घटे हुस्न तेरा बढ़ता रहे
मैं रहूँ या ना रहूँ मेरी वफ़ा कहती है

मेरे महबूब तेरे दम से है दुनिया पे बहार
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
वरना इस गम से भरी दुनिया में क्या रखा है
मेरे महबूब तेरे दम से
…………………………………………………….
Mere mehboob tere dam se-Bhai bhai 1970

Artists: Sunil Dutt, Asha Parekh, Pran

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