मेरी जान ना सता तू-बहू बेटी १९६५
में. हल्का फुल्का गीत है ये जिसे महमूद पर फिल्माया गया है.
फिल्म बहू बेटी के लिए इसका संगीत रवि ने तैयार किया है.
गौरतलब है महमूद के साथ सबसे ज्यादा शुभा खोटे और जयश्री टी
ने काम किया है. मुमताज़ भी उनके साथ १-२ फिल्मों में दिखलाई
दीं केवल तभी तक जब तक वे सहायक अभिनेत्री हुआ करती थीं.
खाने पीने की चीज़ों से नायिका के चहरे के हिस्सों की तुलना की
जा रही है. नार के साथ साथ शायद नायक को अनारदाना चूर्ण भी
याद आ रहा है, दूसरी पंक्ति में है-चैन पाऊँ कैसे? आखिरी अंतरे में
बाद प्यार से नायक खुद को गधा भी कह लेता है.
गीत के बोल:
मेरी जान ना सता तू मेरा जी ना जला तू
करूं क्या कुछ बता दे दिल पे नहीं है काबू
हाय मेरी जान ना सता तू मेरा जी ना जला तू
करूं क्या कुछ बता दे दिल पे नहीं है काबू
हाय मेरी जान ना सता तू
तेरे दांत अनार दाने तेरे गाल सेब जैसे
जो तू आँख से हो ओझल तो मैं चैन पाऊँ कैसे
तेरे दांत अनार दाने तेरे गाल सेब जैसे
जो तू आँख से हो ओझल तो मैं चैन पाऊँ कैसे
हो ज़रा सी खोल खिड़की अदा से दे दे झिड़की
खड़ा हूँ नाक खोले लेने को तेरी खुशबू
मेरी जान ना सता तू
तुझे दिल से चाहता हूँ मैं बुरा भी हूँ तो क्या है
तुझे तो समझ है काफी मैं गधा भी हूँ तो क्या है
तुझे दिल से चाहता हूँ मैं बुरा भी हूँ तो क्या है
तुझे तो समझ है काफी मैं गधा भी हूँ तो क्या है
ज़रा सुन ऐ परी रू हुई है क्यूँ खफा तू
मैं तो हूँ दास तेरा मुझसे छुडा न पल्लू
हाय मेरी जान ना सता तू मेरा जी ना जला तू
करूं क्या कुछ बता दे दिल पे नहीं है काबू हाय
मेरी जान ना सता तू
जो तू मेरी बात रख ले जो तू मेरी अर्ज़ माने
तू जहाँ की धुन पे कह दे मैं सुनाऊँ तुझको गाने
जो तू मेरी बात रख ले जो तू मेरी अर्ज़ माने
तू जहाँ की धुन पे कह दे मैं सुनाऊँ तुझको गाने
गाऊँ चीज़ वो पक्की रहे तू हक्की बक्की
या जो हो हुक्म तेरा जाऊं मैं हुम्बा डुम्बा हुक
हाय हाय हाय मेरी जान ना सता तू मेरा जी ना जला तू
करूं क्या कुछ बता दे दिल पे नहीं है काबू हाय
मेरी जान ना सता तू
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Meri jaan na sata too-Bahu beti 1965
Artist: Mehmood, Mumtaz
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