ऐसा ना हो अरमान-छुपा रुस्तम २००१
ट्रकों के पीछे लिखे देखते आ रहे हैं. टेक्नोलोजी ज़रूर बदलती जा
रही है मगर ट्रकों की साज सज्जा और रंगाई पुताई वही ट्रेडिशनल
लुक वाली है. उसके पीछे हमें लचर, थकी हुई शायरी से लगा कर
उम्दा शेर भी देखने को मिल जाते हैं. मैं आई तू चल या बुरी नज़र
वाले तेरा ऊंह काला जैसे जुमले भी पढ़ने को मिल जाते हैं.
होर्न ओके प्लीज़ जैसे शब्द जबसे ज्यादा कॉमन हैं. यूज़ डिपर-डीपर
एट नाईट जैसे सन्देश भी दिख जाते हैं.
एक गीत है जिसे सुन के ट्रकों की पिछाडियों की सुनहरी याद आ
जाती है वो है फिल्म छुपा रुस्तम का गीत जिसमें हालांकि आई लव
यू जैसे शब्द भी हैं. गीत मनोरंजक है और ऐसे गीत फिल्मों को
सार्थक बनाते हैं मनोरंजन के मामले में.
फिल्म छुपा रुस्तम के इस गीत में आपको दो सॉफ्ट चेहरे दिखलाई
देंगे-मनीषा कोइराला और संजय कपूर के. इनमें से मेरे ख्याल से
संजय कपूर का चेहरा ज्यादा सॉफ्ट है. फिल्म सौदागर के समय भी
ऐसा ही कुछ था-मनीषा कोइराला से ज्यादा मासूम फिल्म का नायक
विवेक मुश्रान का चेहरा नज़र आता था.
मनीषा कोईराला हिंदी सिनेमा की सबसे सुन्दर अभिनेत्रियों में गिनी
जाती हैं और वे जिन्हें अभिनय भी आता है. कुछ एक फिल्मों में तो
उन्होंने अपनी समकालीन अभिनेत्रियों को पीछे छोड़ दिया है. मासूम
और मोहक मुस्कान की स्वामिनी मनीषा के लाखों फैन्स हैं जिन्हें
आज भी उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतज़ार रहता है.
गीत पारस पत्थर छुआ के गीत लिखने वाले आनंद बक्षी का है और
संगीत आनंद मिलिंद का. इसे ९० के दशक की प्रसिद्ध गायक जोड़ी
-कुमार सानू और अलका याग्निक ने गाया है.
गीत के बोल:
राजा ये क्या करते हो ये कोई शराफ़त है
शराफ़त नहीं निशा ये मोहब्बत है मोहब्बत
ऐसा ना हो अरमान जाग जायें
सोये हुए तूफ़ान जाग जायें
ऐसा ना हो अरमान जाग जायें
सोये हुए तूफ़ान जाग जायें
चलो एक दूसरे से दूर भाग जायें
अच्छा मैं चलता हूँ जाऊं
हाँ जाओ ओ के सी यू बाय बाय
अच्छा हुआ वो चली गई वर्ना क़यामत हो जाती
अच्छा हुआ वो चला गया कोई शरारत हो जाती
मुझे उससे डर लगता था
मेरा दिल धक धक करता था
ओ माय गोड फिर तुम
यस आई लव यू
भूल गया था बात कोई मैं वो कहने आया हूँ
छोड़ के ये दुनिया तेरे दिल में रहने आया हूँ
देखो हम पास जो आयेंगे दूर न फिर जा पायेंगे
ठीक है बाबा जाता हूँ हाँ
ओ के सी यू टाटा बाय बाय
ओ माय गोड फिर तुम
यस आई लव यू निशा
कुदरत की मर्ज़ी है यही मेरा कोई कसूर नहीं
हम तुम दूर रहें ये इस मौसम को मंज़ूर नहीं
कच्चे धागे में बंधे हुए
चले आए हम खिंचे हुए
जागते हैं तो अरमान जाग जायें
जागते हैं तो अरमान जाग जायें
सोये हुए तूफ़ान जाग जायें
चलो इक दूसरे के संग भाग जायें
हाँ चलो इक दूसरे के संग भाग जायें
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Aisa na ho armaan jag-Chhupa Rustam 2001
Artists: Sanjay Kapoor, Manisha Koirala
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