एक आना बूट पॉलिश-तेल मालिश बूट पॉलिश १९६१
अवसर पर सुनेंगे एक गीत चित्रगुप्त के संगीत वाला.
गीतकार प्रेम धवन हैं और फिल्म का नाम रोचक है
तेल मालिश बूट पॉलिश.
परदे पर गीत शेख मुख्तार के ऊपर फिल्माया गया है.
यूनीक सोंग है जिसमें तेल मालिश और बूट पॉलिश
एक साथ की जा रही है. पुराने ज़माने का टू इन वन
ऑफर.
गीत के बोल:
तेल मालिश बूट पॉलिश
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
ना तो किसी की चोरी
ना कोई सीना जोरी
हाथों से रोटी जो कमाई है तो खाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
बंगले में रहते नहीं रहते हैं चाल में
बंगले में रहते नहीं रहते हैं चाल में
खुश ही रहे हैं यारों रहें जिस हाल में
फ़ाके भी काटे पर मांगी नहीं पाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
धंधा है ना रेस का ना सट्टे का व्यापार है
धंधा है ना रेस का ना सट्टे का व्यापार है
माँगा कभी चन्दा है ना खाया ही उधार है
अपनी दूकान फुटपाथ पे लगाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
तेल मालिश बूट पॉलिश
लाखों की तमन्ना है न महलों का ख़याल है
लाखों की तमन्ना है न महलों का ख़याल है
सुबह शाम रोज़ी मिले इतना सवाल है
तो भी न जीने दे ये दुनिया दुहाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
गाढ़े पसीने की ये अपनी कमाई है
एक आना बूट पॉलिश
दो आना तेल मालिश
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Ek aana boot polish-Tel malish boot polish 1961
Artists: Sheikh Mukhtar, kids
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