पायल की झंकार रस्ते रस्ते-मेरे लाल १९६६
मोती है ये गीत. सन १९६६ की अनजानी सी फिल्म
का ये गाना जनता की जुबान पर चढा और संगीत
के रसिकों को आनंदित करता रहा सालों तक जब तक
रेडियो हरा धनिया, हरी मिर्ची वगैरह नहीं आये थे.
खालिस देसी धुन है इसकी और मजरूह सुल्तानपुरी
के सहज सरल बोल इसकी शोभा में चार चाँद लगा
रहे हैं. सही कहा ना मैंने दोस्तों. दो पंक्तियाँ ज़रूर
दिमाग पर जोर डालेंगी इस गीत की, मगर ध्यान से
सुनने पर आपको अर्थ समझ आ जायेगा.
इसे गाया है लता मंगेशकर ने.
गीत के बोल:
पायल की झंकार रस्ते रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
करती है फ़रियाद लेकिन हँसते हँसते
हाय ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
पता पूछती है सबसे तिहारे गाम का
होठों पे है एक बोल बलमा तेरे नाम का
पता पूछती है सबसे तिहारे गाम का
होठों पे है एक बोल बलमा तेरे नाम का
करे प्यार की पुकार देखो दिलदार
घायल सी एक नार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते रस्ते
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
तू है फूल किसी बन का समझ गई मैं
ऐसे तो नहीं राह की पवन भई मई
तू है फूल किसी बन का समझ गई मैं
ऐसे तो नहीं राह की पवन भई मई
किसी मोड़ किसी द्वार सैयां दिलदार
होंगे नैना चार रस्ते रस्ते
पायल की झंकार रस्ते रस्ते
छनन छनन छन
ढूँढे तेरा प्यार रस्ते रस्ते
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Payal ki jhankar raste raste-Mere laal 1966
Artist: Maloom nahin kaun