मैं हूँ प्यार की किताब-नया बकरा १९७९
इसी कड़ी में महमूद द्वारा निर्देशित एक फ़िल्म आई थी
"नया बकरा"। इसमे इनके साथ विनोद मेहरा भी थे।
रीना रोय फ़िल्म में हिरोइन हैं। कुछ गीतों के अलावा
फ़िल्म में याद रखने लायक एक चीज़ थी तो वो-एक
पेट्रोल भरे ड्रम पर विनोद मेहरा गोली चलाकर उसको
जलाता है। इसके अलावा कुछ भी याद नहीं है फ़िल्म
के बारे में। ये गीत रीना रोय पर फिल्माया गया है और
ये दुर्लभ गीतों की श्रेणी में आता है।
इस फ़िल्म का नाम पोस्टर पर कुछ ऐसा देखने को मिलता-
"नया बक्रा"। के. बाबूजी इस फ़िल्म के संगीतकार हैं।
गाने के बोल:
खुल सके न कभी जो मैं वो राज़ हूँ
तू सुने तो तेरे दिल की आवाज़ हूँ
चाहे पास रख ले, चाहे दूर फ़ेंक दे
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
चाहे पास रख ले, चाहे दूर फ़ेंक दे
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
राजा सैयां.....हो.....
राजा सैयां रे मैं तेरी जागीर हूँ
तेरे सपनो की रंगीन तस्वीर हूँ
जो लिपट जाए दिल से तो छूटे नहीं
प्यार की रेशमी ऐसी ज़ंजीर हूँ
चाहे दिल जोड़ ले चाहे दिल तोडे दे
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
रंग दूजा ......हो.....
रंग दूजा तो मुझपर कहाँ चढ़ सके
हाथ औरों का मुझ तक कहाँ बढ़ सके
सिर्फ़ हक है तुझे चाहे पढ़ ले मुझे
और कोई भी मुझको कहाँ पढ़ सके
चाहे पूरी पढ़ ले या अधूरी छोड़ दे
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
चाहे पास रख ले, चाहे दूर फ़ेंक दे
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
मैं हूँ प्यार की किताब,पन्ना पन्ना लाजवाब
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Main hoon pyar ki kitaab-Naya Bakra 1979
Artists: Reena Roy
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