May 16, 2009

मेरे दिल कभी तो कोई आएगा-मैं चुप रहूंगी १९६२

दक्षिण भारत में निर्मित हिन्दी फिल्मों में खालिस देसी धुनों को
सुनना एक सुखद अनुभव होता है। विशेषकर वो गीत लता के द्वारा
गए गए हो तो सोने पे सुहागा। ऐ . वी. एम् प्रोडकशंस द्वारा निर्मित
इस फ़िल्म में मीना कुमारी और सुनील दत्त मुख्य भूमिकाओं में हैं ।

हेलन एक अत्यन्त प्रतिभाशाली नर्तकी हैं। अधिकतर आशा भोंसले
के गाये गाने उनके हिस्से में आए हैं जिसका मुख्य कारण उनके द्वारा
निभाई गई भूमिकाएं हैं । चित्रगुप्त ने देसी ठेके पर ऐसी धुन तैयार की है
जिसपे पैर सहसा ही थिरकने लगते हैं। कई बार ऐसा आभास होता है
कि धुन से ज्यादा हेलन का नृत्य गतिवाला है ।



गाने के बोल:


मेरे दिल कभी तो कोई आएगा
हमदम जो तेरा बन जाएगा


ऐ बेक़रार अब इंतज़ार,
कुछ रंग ला रहा है .
कहता है प्यार, तेरा राज़दार,
तेरे पास आ रहा है.

मेरे दिल कभी तो कोई आएगा
हमदम जो तेरा बन जाएगा

होगी हसीं वो चाँद रात,
हम साथ साथ होंगे.
बरसेगा नूर, खुशियों में चूर,
हाथों में हाथ होंगे.

मेरे दिल कभी तो कोई आएगा
हमदम जो तेरा बन जाएगा

बदलेगा दौर कुछ देर और ,
तू ग़म का ज़हर पी ले.
होगा मिलाप अपने आप,
जैसे भी चाहे जी ले.

मेरे दिल कभी तो कोई आएगा
हमदम जो तेरा बन जाएगा
.............................
Mere dil, kabhi to koi aayega-Main chup rahoongi 1962

Artists: Helen,

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