पास नहीं आना-आप की कसम
इसी श्रेणी में प्रस्तुत है एक गीत फ़िल्म आप की कसम का।
इसको आनंद बक्षी ने लिखा है और संगीतबद्ध किया है
राहुल देव बर्मन ने । इस फ़िल्म का सबसे कर्णप्रिय और
सबसे बढ़िया फिल्माया गया गीत है ये। मुमताज़ के चेहरे
पर भावों के उतार चढाव सहज हैं । गाने की सिचुअशन ऐसी है
कि पार्क में प्रेमी प्रेमिका विभिन्न मुद्राओं में प्रेम क्रीडा में संलग्न
हैं। इस तरह के दृश्य मुंबई के सार्वजनिक पार्कों में
आम हैं । सोफ्टी आइसक्रीम खाते खाते हीरो के मन में भी प्रेम भावनाएं
उमड़ने लगती हैं। जैसे ही वो अपने प्रयास शुरू करता है हिरोइन
झट से उसके प्रयासों को दरकिनार करते हुए गाती है-"पास नहीं आना ,
भूल नहीं जाना, तुमको सौगंध है कि आज मुहब्बत बंद है " मुहब्बत के
उत्प्रेरक गीत तो बहुत बने हैं, इस प्रकार के लीक से अलग गीत कम
ही देखने को मिलते हैं। शिकवा शिकायत और न-नुकुर से भरा ये गीत
बहुत ही सोबर है। सुनिए और आनंद उठाइए।
गायक: लता और किशोर
पास नहीं आना , भूल नहीं जाना,
तुमको सौगंध है कि आज मुहब्बत बंद है
कितना मजा है ऐसे जीने में
धक् धक् भी होती नहीं सीने में
कोई बेचैन नहीं, कितना आनंद है
कि आज मोहब्बत बंद है
मत छेड़ अपने दीवाने को
रहने दे तू इस बहाने को
होंठों पे ना है मगर दिल तो रजामंद है
रजामंद है
मगर आज मोहब्बत बंद है
इसमे एक और अंतरा और भी है जो विडियो से नदारद है
ये अंतरा ऑडियो गाने में पहला है।
वो इस प्रकार से है
पहले तू आग भड़काती है
फ़िर दिल कि प्यास तू बुझाती है
तेरी येही अदा तो मुझको पसंद है
अच्छा , हाँ हाँ
मगर आज मोहब्बत बंद है
0 comments:
Post a Comment