आज बिछडे हैं-थोडी सी बेवफाई १९८०
उनकी आवाज़ अलग पहचान में आ जाती है। उनकी एक अलग
ही शैली है जिसकी वजह से उनके गीत सुनने में अच्छे लगते हैं।
देव बर्मन ने उनसे कई गीत गवाए।
खय्याम ने सर्वप्रथम उनसे फ़िल्म आखिरी ख़त में एक गीत
गवाया था-'रुत जवान, जवान ' उस फ़िल्म में भी राजेश खन्ना
हीरो थे और संयोग से थोडी सी बेवफाई में भी राजेश खन्ना मौजूद
हैं। ये गीत आपको गंभीर संगीत प्रेमियों के संग्रह में अवश्य मिल
जायेगा।
सुनिए और आनंद उठाइए।
गाने के बोल:
आज बिछडे हैं, कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी मुख्तसर भी नहीं
जख्म दिखते नहीं अभी लेकिन
ठंडे होंगे तो दर्द निकलेगा
एश उतरेगा वक्त का जब भी
चेहरा अन्दर से जर्द निकलेगा
कहनेवालों का कुछ नहीं जाता
सहने वाले कमाल करते हैं
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के
लोग तो बस सवाल करते हैं
कल जो आयेगा जाने क्या होगा
बीत जाए जो कल नहीं आते
वक्त की शाख तोड़ने वालों
टूटी शाखों पे फल नहीं आते
कच्ची मिट्टी हैं, दिल भी इंसान भी
देखने ही में सख्त लगता हैं
आंसू पोछे तो आसुओं के निशाँ
खुश्क होने में वक्त लगता हैं
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Aaj bichhde hain-Thodi si bewafai 1980
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