नैना हैं प्यासे मेरे-आविष्कार 1973
लीक से हटकर बनी फिल्में जनमानस को ज्यादा आकर्षित नहीं
कर पाती थीं । इन्हीं में से एक थी आविष्कार । राजेश खन्ना और
शर्मिला टेगोर अभिनीत यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर तो कोई
कमाल नहीं दिखा पाई। गाने के बोल और धुन दोनों लाजवाब हैं।
बोल कपिल कुमार के हैं और संगीत कनु रॉय का। गीत फिल्माया
गया है राजेश खन्ना और शर्मिला टेगोर पर।
विडियो में आवाज़ गायब है इसलिए एक और लिंक दे रहा हूँ नीचे
जिसमे आवाज़ है.
गाने के बोल:
नैना हैं प्यासे मेरे, प्यासा है प्राण मेरा
मैं हूँ एक बरखा के बिन जलता सा दिन
आशियां है, सुनसान मेरा
नैना हैं प्यासे मेरे, प्यासा है प्राण मेरा
मैं हूँ एक बरखा के बिन जलता सा दिन
मैं हूँ एक बरखा के बिन जलता सा दिन
आशियां है, सुनसान मेरा
मन की है लगन तन से, तन का है तीरथ दूजा
मन की है लगन तन से, तन का है तीरथ दूजा
प्यासी रही मिलके उनसे, प्यास को ही मैने पूजा
ये ही तो है, अभिमान मेरा
प्यार, पूजा, प्रार्थना तो एक साथ रहना चाहे
प्यार, पूजा, प्रार्थना तो एक साथ रहना चाहे
साथ अगर साथ ना दे, संग आ जाती आहें
अब यही है, तूफ़ान मेरा
नैना हैं प्यासे मेरे, प्यासा है प्राण मेरा
मैं हूँ एक बरखा के बिन जलता सा दिन
आशियां है, सुनसान मेरा
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