दिल ने दिल से ना जाने क्या कहा-रखवाला १९७१
ये अपने ज़माने का एक घिसा हुआ युगल गीत है.
घिसे हुए से मतलब काफी बजा हुआ. बोल और
धुन दोनों सुनने लायक हैं. इसपर कल्याणजी आनंदजी
की छाप स्पष्ट नज़र आती है. धर्मेन्द्र के पसंदीदा गायक
रफी रहे हैं इसलिए आपको अधिकतर गाने रफी के मिलेंगे
जिन फिल्मों में धर्मेन्द्र नायक रहे हैं विशेषकर वे फिल्में
जो ७२ या उससे पहले की हैं। इस फिल्म में लीना चंदावरकर
उनकी नायिका हैं । मुझे याद नहीं पड़ता कि किसी और
फिल्म में लीना धर्मेन्द्र के साथ आई हो । बोल लिखे हैं
रोमांटिक गीतों के बादशाह हसरत जयपुरी ने और धुन बनायीं
है कल्याणजी आनंदजी ने।
गाने के बोल:
"रोक लो अपनी मस्त अंगडाई
दोनों आलम ना टूट जाएँ कहीं
आसमान के हसीं हाथों से
चाँद सूरज ना छूट जायें कहीं"
दिल ने दिल से ना जाने क्या कहा , ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे, ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
बातों-बातों में जाने क्या हुआ, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
इन बहारों ने,
इन बहारों ने दुल्हन बनाया तुझे
और किरणों का जेवर पहनाया तुझे
सारी कलियों ने मिलकर सजाया तुझे
प्यार से हमने झूला झुलाया तुझे
आया मौसम,
आया मौसम जवां प्यार का ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
बातों-बातों में जाने क्या हुआ, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
तेरी बांहों का,
तेरी बांहों का ऐसा सहारा मिला
जैसे तूफाँ में कोई किनारा मिला
मेरी हाथों को दामन तुम्हारा मिला
जैसे नदिया को सागर का धारा मिला
दिल खुशी से,
दिल खुशी से मचलने लगा, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
दिल ने दिल से ना जाने क्या कहा, ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे, ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
तेरे जलवों से,
तेरे जलवों से रोशन नजारे रहें
इन नजारों में तेरे इशारे रहें
नीले अम्बर पे जब तक सितारे रहें
तुम हमारे रहो हम तुम्हारे रहें
तेरा रखवाला,
तेरा रखवाला दिल है मेरा ,ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
बातों-बातों में जाने क्या हुआ ,हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे, हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
दिल ने दिल से ना जाने क्या कहा, ओ
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे , हो
तेरे नैन मेरे नैन देखते रहे
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