न जाने क्या हुआ-दर्द १९८१
लता मंगेशकर के शानदार गीतों में से एक। फ़िल्म का नाम है
दर्द। इसमे राजेश खन्ना और हेमा मालिनी प्रमुख कलाकार हैं।
गाने के बोल काफ़ी हैं प्रभाव पैदा करने के लिए। हिरोइन का होंठ
हिलाना ज़रूरी नहीं है इधर। इसको कहते हैं निर्देशक का कमाल !
शहनाई का प्रयोग तारीफ़-ए-काबिल है इस गाने में। नायिका दूसरे
अंतरे से होंठ हिलाना शुरू करती है । खय्याम के संगीत से सजी दो
फिल्में आसपास आयीं, १९८० में थोडी सी बेवफाई और १९८१ में दर्द।
मुझे दर्द फ़िल्म के गाने ज्यादा पसंद हैं। इस गीत के बोल लिखे हैं
नक्श लायलपुरी ने।
गाने के बोल:
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
खिला गुलाब की तरह मेरा बदन
निखर निखर गई, संवर संवर गई
निखर निखर गई, संवर संवर गई
बना के आईना तुझे, ऐ जानेमन
न जाने क्या हुआ, जो तुने छू लिया
बिखरा है काजल फिजाओं में, भीगी भीगी है शामे
बूंदो की रिमझिम से जागी आग ठंडी हवा में
आजा सनम, यह हसीं आग हम ले दिल में बसा
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
खिला गुलाब की तरह मेरा बदन
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
आचल कहाँ, में कहाँ हूँ, ये मुझे होश क्या है
यह बेखुदी तूने दी है, प्यार का यह नशा है
सुनले ज़रा साज़ ऐ दिल गा रहा है नगमा तेरा
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
खिला गुलाब की तरह मेरा बदन
न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
कलियों की यह सेज महके, रात जागे मिलन की
खो जाए धड़कन में तेरी, धड़कनें मेरे मॅन की
आ पास आ, तेरी हर साँस में, मैं जाऊं समा
ना जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
खिला गुलाब की तरह मेरा बदन
निखर निखर गई, संवर संवर गई
बनाके आईना तुझे ऐ जानेमन
ना जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
ना जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
ना जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया
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Na jaane kya hua jo toone-Dard 1981
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