मैं तो डरती- पैसे की गुडिया १९७४
घर का काम काज कैसे किया जाए इसकी अच्छी ट्रेनिंग
दे रही हैं सायरा बानू इधर इस गाने में। फ़िल्म का नाम है
पैसे की गुडिया । गाना लता मंगेशकर का गाया हुआ है ।
संगीत है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का। ध्यान रखें बड़े बर्तन
ऐसे नहीं माँजें जैसे इस गाने में दिखाया गया है। डांस करते
करते लॉन की घास कैसे काटी जाए इसका भी प्रदर्शन है
इस गाने में। गाने में आपको नवीन निश्छल की झलक भी
दिख जायेगी ।
गाने के बोल:
मैं तो डरती
न डालूँ कजरवा
के नैनों में सजन बसते
मैं तो डरती
न डालूँ कजरवा
के नैनों में सजन बसते
मेरा हंस के
मेरा हंस के
ये बोले गजरवा
के नैनों में सजन बसते
सारा दिन तो तेरे मिलन का दर्द मुझे तडपाये
सारा दिन तो तेरे मिलन का दर्द मुझे तडपाये
रात का दीपक बुझे तो दिल का जलना शुरू हो जाए
कब मुझको मिलेंगे सांवरिया
कब मुझको मिलेंगे सांवरिया
के नैनों में सजन बसते
कब मुझको मिलेंगे सांवरिया
के नैनों में सजन बसते
मैं तो डरती
न डालूँ कजरवा
के नैनों में सजन बसते
फूलों के रुखसारों पे लेती शबनम अंगडाइयां
फूलों के रुखसारों पे लेती शबनम अंगडाइयां
तुझे पुकारे मेरे मन की प्यासी परछाइयाँ
मेरे मन की है सूनी अटरिया
मेरे मन की है सूनी अटरिया
की नैनों में सजन बसते
मेरे मन की है सूनी अटरिया
की नैनों में सजन बसते
मैं तो डरती
न डालूँ कजरवा
के नैनों में सजन बसते
बैठी बैठी शाम सवेरे देखूं सपने तेरे
बैठी बैठी शाम सवेरे देखूं सपने तेरे
तेरी राहों पे लगे हैं व्याकुल नैना मेरे
मेरी थर थर काँपे नजरिया
मेरी थर थर काँपे नजरिया
के नैनों में सजन बसते
मेरी थार थार काँपे नजरिया
के नैनों में सजन बसते
मैं तो डरती
न डालूँ कजरवा
के नैनों में सजन बसते
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