मेरे सपने में आना रे-राजहठ १९५६
सुन्दरता और मधुर स्वर का संगम। इस गाने के बारे में केवल
इतना कह कर इसका आनंद उठाया जाए। फ़िल्म का नाम है
राजहठ और इसके संगीतकार हैं शंकर जयकिशन। गायिका हैं
लता मंगेशकर। इसका दूसरा अन्तर लाजवाब है। गीतकार की
कल्पनाशीलता की दाद देनी पड़ेगी।
गाने के बोल:
मेरे सपने में आना रे
सजना,
मेरे सपने में आना रे
वो बात ज़रा मेरे कानों में
फ़िर से कह जाना रे
मेरे सपने में आना रे
थके थके नैन पिया देखें राह तेरी
थके थके नैन पिया देखें राह तेरी
धीरे धीरे जादू करे चाँद की उजेरी
धीरे धीरे जादू करे चाँद की उजेरी
समां बड़ा ही सुहाना रे
मेरे सपने में....
मेरे सपने में आना रे
सजना,
मेरे सपने में आना रे
चोरी चोरी आके पिया बैठना सिरहाने
चोरी चोरी आके पिया बैठना सिरहाने
जान के मैं चुप रहूंगी नींद के बहाने
जान के मैं चुप रहूंगी नींद के बहाने
मुझे छेड़ के जगाना रे
मेरे सपने में....
मेरे सपने में आना रे
सजना,
मेरे सपने में आना रे
वो बात ज़रा मेरे कानों में
फ़िर से कह जाना रे
मेरे सपने में आना रे
मेरे सपने में आना रे
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