कोई बता दे दिल है जहाँ-मैं चुप रहूंगी १९६२
हैं फ़िल्म -मैं चुप रहूंगी से। इसको गाया है लता और रफी ने।
बोल हैं राजेंद्र कृष्ण के और संगीत है चित्रगुप्त का।
अभिनेत्री मीना कुमारी की ३ हिट फिल्में जनता को देखने को
मिली सन १९६२ में । मैं चुप रहूंगी, 'साहब बीबी और गुलाम'
और आरती। तीनों फिल्मों का संगीत चर्चित रहा और तीनों
फिल्मों के गीत आज तक सुनाई देते हैं।
मैं चुप रहूंगी फ़िल्म में सुनील दत्त हीरो हैं । ये थोड़ा तेज़ गीत है
मगर अपनी मधुरता को बरकरार रखता है शुरू से अंत तक।
गाने के बोल:
लता : कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
रफ़ी : तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
लता : कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
रफ़ी : तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
लता : जाने रात को आँखों से,
नींद कहाँ उड़ जाती है
जाने रात को आँखों से,
नींद कहाँ उड़ जाती है
रफ़ी : अपने घर में ग़ैर को पा कर
बेचारी मुड़ जाती है
लता : कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
रफ़ी : तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
लता : दिल पर ऐसी क्या गुज़री
घड़ी घड़ी ये घबराये
दिल पर ऐसी क्या गुज़री
घड़ी घड़ी ये घबराये
रफ़ी : मैं तो किसी का हो बैठा
ये धड़क धड़क कर समझाये
लता : कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
रफ़ी : तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
रफ़ी : जब हो ख़लिश सी पहलू में
समझो प्यार ने काम किया
जब हो ख़लिश सी पहलू में
समझो प्यार ने काम किया
लता : ऐसे प्यार को क्या कहिये
के जिसने बे-आराम किया
रफ़ी : कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
लता : तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
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Koi bata de dil hai kahan-Main chup rahoongi 1962
Artists: Sunil Dutt, Meena Kumari
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