साजन साजन पुकारूँ गलियों में-साजन १९६९
ये एक बेहद लोकप्रिय गीत है -जी हाँ लता मंगेशकर का गाया
हुआ फिल्म साजन का गीत जो फिल्माया गया है आशा पारेख और
मनोज कुमार पर। आनंद बक्षी ने गीत लिखा और धुन है लक्ष्मी-प्यारे
की। इतने विवरण से ही काम चलायें।
गीत के बोल :
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
कभी फूलों में ढूँढूं कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन, आ हा
के, साजन साजन पुकारूँ गलियों में
ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
ऐसे रूठा है बेदर्दी कहा ना माने
मेरे जी की मेरी जान की कदर ना जाने
मैं उसी जुल्मी के नैना, मस्ताने
कभी फूलों में ढूँढूं, हाँ
फूलों में ढूँढूं कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन, आ हा
के साजन साजन पुकारूँ गलियों में
बुलबुल समझे फूलों का है ये दिल मस्ताना
बुलबुल समझे फूलों का है ये दिल मस्ताना
भँवरे समझे कलियों से है मेरा याराना
मैं तो अपना रूठा साजन, दीवाना
कभी फूलों में ढूँढूं हाँ
फूलों में ढूँढूं कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन ओ हो
ओ साजन साजन पुकारूँ गलियों में
मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
मुझसे कहती है पर्वत पे घटा छा छा के
ओ रामा हंसती है पूरब से हवा आ आ के
वो छुपा है दिल में, और मैं जा जा के
कभी फूलों में ढूँढूं, हाँ
फूलों में ढूँढूं कभी कलियों में
साजन साजन पुकारूँ गलियों में
साजन साजन आ हा
के साजन साजन पुकारूँ गलियों में
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