जय जय राम रघुराई-नास्तिक १९५४
फिल्म नास्तिक से। लता मंगेशकर के गाये इस भजन को फिल्माया
गया है अभिनेत्री नलिनी जयवंत पर। फ़िल्मी भजनों में ये एक उत्तम
गुणवत्ता वाला राम भजन है। संक्षेप में प्रभु की महिमा का वर्णन किया
गया है इस भजन में।
गीत के बोल:
भूले भटके लोगों
बंधो प्रभु संग प्रीत
जिनके मन में राम बसत हैं
उनकी हमेशा जीत
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
कौन छुएगा उसकी परछाई रे
कौन छुएगा उसकी परछाई रे
जिसको बचाने वाला साईं
सुनो रे भाई
जिसको बचाने वाला साईं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
कितनी भंवर में फँसी नौकाएं
कितनी भंवर में फँसी नौकाएं
प्रभु ने किनारे लगायीं
सुनो रे भाई
प्रभु ने किनारे लगायीं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जब अर्जुन पर संकट छाया
प्रभु ने सुदर्शन घुमाया
सुनो रे भाई
प्रभु ने सुदर्शन घुमाया
सुनो रे भाई
प्रभु ने सुदर्शन घुमाया
आ आ आ आ
कठिन समय जब बृज पर आया
प्रभु ने गोवर्धन उठाया
सुनो रे भाई
प्रभु ने गोवर्धन उठाया
सुनो रे भाई
प्रभु ने गोवर्धन उठाया
सती द्रौपदी को भी बचाया
भरी सभा में चीर बढाया
भक्त जनों कि सब चिंताएं
भक्त जनों कि सब चिंताएं
प्रभु ने पल में मितायीं
सुनो रे भाई
प्रभु ने पल में मितायीं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
कौन छुएगा उसकी परछाई रे
जिसको बचाने वाला साईं
सुनो रे भाई
जिसको बचाने वाला साईं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जब प्रह्लाद को अगन में डाला
शीतल हो गई ज्वाला
सुनो रे भाई
शीतल हो गई ज्वाला
सुनो रे भाई
शीतल हो गई ज्वाला
आ आ आ आ
पी गई मीरा ज़हर का प्याला
विष अमृत कर डाला
सुनो रे भाई
विष अमृत कर डाला
सुनो रे भाई
विष अमृत कर डाला
मौत के मूंह से गज को निकला
बालक ध्रुव को बन में संभाला
कोई नहीं जग में प्रभु जैसा
कोई नहीं जग में प्रभु जैसा
लिख गए तुलसी गोसाईं
सुनो रे भाई
लिख गए तुलसी गोसाईं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
कौन छुएगा उसकी परछाई रे
जिसको बचाने वाला साईं
सुनो रे भाई
जिसको बचाने वाला साईं
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय किशन कन्हाई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम रघुराई
जय जय राम
जय जय राम
0 comments:
Post a Comment