Mar 5, 2010

सुन सुन सुन सुन सुन दिलरुबा-१०० डेज़ १९९१

फिल्म १०० डेज़ के दो गीत हम शामिल कर चुके हैं ब्लॉग पर ।
तीसरा गीत प्रस्तुत है। ये एक युगल गीत है लता मंगेशकर और
एस पी बालसुब्रमण्यम की आवाज़ में। दिल की आवाजें टुयीं टुयीं
और टिर्र टुर्र भरी हो सकती हैं, इस गाने से तो यही लगता है।

राम लक्ष्मण (विजय पाटिल) को शायद ऐसी आवाजें पसंद हैं ,
उनके कई गीतों में वाद्य यंत्रों से अच्छी कसरत करवाई गयी है।
बांसुरी की आवाज़ भी काफी थरथराती हुई है। ये कुछ ऐसी बातें
हैं जो उनको अपने समकालीनों से अलग करती हैं।

नायक नायिका एक दूसरे को देख के खुश हो रहे हैं और भविष्य के
सपनों को देख रहे हैं। इश्क में धोती फाड़ के रुमाल भी होना संभव है।
आइये ज्यादा बक बक किये बिना इस गीत का आनंद उठाया जाए।
ये गीत बतलाता है रोमांस कितना आनंददायी और रोमांचित करने
वाला है । नए नए प्रेमी कृपया ध्यान दें।



गीत के बोल:

सुन सुन
जा जा
ए सुन सुन
अरे जा जा
सुन सुन सुन सुन सुन दिलरुबा
सुन दिलरुबा
आंख मिलायी है मुझसे तो
दिल से दिल भी मिला
हो ओ ओ, दिल से दिल भी मिला , हा
जा जा, जा जा, जा जा रे जा
जा जा रे जा
इतनी जल्दी जल्दी क्या है
चलने दे सिलसिला
हो ओ ओ, चलने दे सिलसिला

मौसम सुहाना उसपर है ये दिल दीवाना
तू दीवाना है सयाना, देख मुझे हाथ ना लगाना
मौसम सुहाना उसपर है ये दिल दीवाना
तू दीवाना है सयाना, देख मुझे हाथ ना लगाना
ये मेरा दिल है दीवाना

जा जा
अरे सुन सुन
अरे जा जा, जा जा, जा जा रे जा
जा जा रे जा
इतनी जल्दी जल्दी क्या है
चलने दे सिलसिला
हो ओ ओ, दिल से दिल भी मिला

तेरी कमी है आ दिल से दिल जोड़ दे तू
हा, फुर्सत नहीं है पीछा मेरा छोड़ दे तू,
हे हे हे, तेरी कमी है आ दिल से दिल जोड़ दे तू
अरे, फुर्सत नहीं है पीछा मेरा छोड़ दे तू

आ दिल से दिल जोड़ दे तू

जा जा
सुन सुन
जा जा, जा जा, जा जा रे जा
जा जा रे जा
इतनी जल्दी जल्दी क्या है
चलने दे सिलसिला
हो ओ ओ, दिल से दिल भी मिला

गहरा है घाव है तूने बस मार डाला
अरे मर के दिखाओ फेरूंगी मैं तेरी माला
हाय,गहरा है घाव है तूने बस मार डाला
अरे मर के दिखाओ फेरूंगी मैं तेरी माला

है तूने बस मार डाला

जा जा
अरे सुन सुन
अरे जा जा, जा जा, जा जा रे जा
जा जा रे जा
इतनी जल्दी जल्दी क्या है
चलने दे सिलसिला
हो ओ ओ, दिल से दिल भी मिला

अरे सुन सुन सुन सुन सुन दिलरुबा
सुन दिलरुबा
आंख मिलायी है मुझसे तो
दिल से दिल भी मिला

जानते हो मैं पहले भी यहाँ आ चुकी हूँ
कब?
हम्म, सपने में

हो, ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ, ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ
हाँ हाँ हाँ
मन ही मन में मैंने तुझे चुन लिया है
अपने ही रंग में तूने मुझे रंग दिया है
मन ही मन में मैंने तुझे चुन लिया है
अपने ही रंग में तूने मुझे रंग दिया है

मैंने तुझे चुन लिया है
........................................................
Sun sun sun sun dilruba-100 Days

Artists: Jackie Shroff, Madhuri Dixit

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP