चल भाग चलें पूरब की ओर -कलयुग और रामायण १९८७
मनोज कुमार द्वारा निर्मित और अभिनीत फ़िल्म-
कलयुग और रामायण सन १९८७ में आई थी। ये गाना
थोड़ा पुराना है और शायद किसी और फ़िल्म के लिए
रिकॉर्ड किया गया था। शायद ७० के दशक की किसी फ़िल्म
के लिए बनाया गया था ऐसा अनुमान लता मंगेशकर की
आवाज़ से लगाया जा सकता है। इसमे दो अभिनेत्रियाँ हैं जिसमे
से एक को मैं पहचान सकता हूँ वो है-माधवी । माधवी की
प्रतिभा का बॉलीवुड वाले पर्याप्त दोहन नहीं कर पाए। वंडर गर्ल
या बैटवोमन जैसी कोई हिंदी में फिल्म बनाके वो माधवी को
मुख्य भूमिका दे सकते थे, ऐसा अनुमान मेरा है जो मैंने इस
फिल्म के गीत में माधवी की वेश भूषा और उनके छरहरे शरीर
को देखते हुए लगाया है।
गाने के बोल:
चल भाग चलें
चल भाग चलें पूरब की ओर
प्यार मेरा ना चोरी कर लें
ये पश्चिम के चोर
चल भाग चलें
चल भाग चलें पूरब की ओर
प्यार मेरा ना चोरी कर लें
ये पश्चिम के चोर रे
चल भाग चलें पूरब की ओर
गुम्बे गुम्बे
गर ये तेरा रंग सलोना
और ये काले नैन ना होते
देख के तुझको पच्छिम वाले
आज यूँ बेचैन ना होते
राम करे
राम करे तू हो जाये गोरा
भाग जाएँ सब चोर रे
चल भाग चलें
भाग चलें पूरब की ओर
हुम्बे हुम्बे
बैठे चारों ओर शिकारी
बैठे चारों ओर शिकारी
रूप का जाल बिछा के
हुम्बे हुम्बे
ओ पूरब के भोले पंछी
उड़ जा पंख फैला के
ओ मेरे
ओ मेरे पूनम के चंदा
झूठे हैं ये चकोर रे
चल भाग चलें
भाग चलें पूरब की ओर
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