ओ घटा सांवरी -अभिनेत्री १९७०
कहा जाता है कि लता मंगेशकर गीत रिकॉर्ड करवाने के पूर्व, गीत किस
अभिनेत्री पर फिल्माया जाने वाला है इसकी पूरी जानकारी लेती थीं, जिससे
अभिनेत्री का अंदाज़ और उसके हाव भाव गीत में लाने में आसानी रहे ।
उन्होंने बहुत अलग अलग अंदाज़ में नायिकाओं के लिए गीत गाये हैं।
हेमा मालिनी के लिए फिल्म अभिनेत्री में गाया उनका गीत अनूठा है।
गीत लिखा है मजरूह सुल्तानपुरी ने और इसका संगीत तैयार किया है
लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने। हेमा मालिनी के हिस्से में बहुतेरे कर्णप्रिय
गीत आये हैं लता मंगेशकर के। आशा भोंसले वाला अंदाज़ आपको लता
की आवाज़ में महसूस करना हो तो ये गीत सुनिए। एरोबिक्स की शौक़ीन
कन्याओं के लिए ये गीत एक अच्छा ट्युटोरियल साबित हो सकता है।
साबुन बहुत झागदार है, नहाने का है या कपडे धोने का, समझ नहीं
आ रहा ! किसी भी सौंदर्य साबुन का इससे बढ़िया विज्ञापन नहीं हो
सकता ।
गीत के बोल:
ओ घटा सांवरी
थोड़ी थोड़ी बांवरी
हो गयी है बरसात क्या ?
हर सांस है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
हर बात है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
ओ घटा सांवरी
थोड़ी थोड़ी बांवरी
हो गयी है बरसात क्या ?
हर सांस है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
हर बात है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
आवाज़ थी कल यही
फिर भी ऐसे लहकती ना देखी
पग में थी पायल मगर
फिर भी ऐसे छनकती ना देखी
चंचल हो गए घुँघरू रु रु रु रु रु
मेरे रे रे रे रे रे
घुँघरू रातों रात क्या ?
ओ घटा सांवरी
थोड़ी थोड़ी बांवरी
हो गयी है बरसात क्या ?
हर सांस है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
मस्ती से बोझल पवन
जैसे साया कोई मन पे डोले
बरखा की हर बूँद पर
थरथरी सी तन पे मेरे डोले
पागल मौसम जा रे जा जा जा ,
जा जा हं हं हं हं
जा तू लगा मेरे साथ क्या ?
ओ घटा सांवरी
थोड़ी थोड़ी बांवरी
हो गयी है बरसात क्या ?
हर सांस है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
हर बात है बहकी हुई
अबके बरस है ये बात क्या
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