दूर है किनारा-सौदागर १९७३
फिल्मों का संगीतमय सफ़र शुरू किया था। सौदागर राजश्री प्रोडकशंस की
एक फिल्म थी। इस फिल्म में उन्होंने मन्ना डे का एक गीत शामिल
किया जो एक मल्लाह पर फिल्माया गया था। एक गंभीर किस्म का गीत
आपको सुनाये बहुत दिन हो गए। आज इसका भी आनंद उठाइए।
नायक द्वारा धिक्कारे जाने के बाद नायिका दूसरा विवाह करती है और अपने
शौहर के साथ ससुराल जा रही है। कुछ पिछली यादें उसके जेहन में उठती
हैं। उन यादों के और भविष्य की आशंकाओं के बीच उलझी नायिका गीत के
प्रवाह के साथ साथ अपनी भावनाएं व्यक्त कर रही है। ऐसे गीतों के लिए
मन्ना डे के सिवा दूसरा गायक मिलना शायद मुश्किल है।
गीत के बोल:
दूर है किनारा
दूर है किनारा
गहरी नदी की धारा
टूटी तेरी नैया, मांझी
खेते जाओ रे
रे नैया, खेते जाओ रे
दूर है किनारा, हो
आंधी कभी तूफ़ान कभी
कभी मझधार
ओ मांझी रे, हे हे मांझी रे
आंधी कभी तूफ़ान कभी
कभी मझधार
जीत है उसी की जिसने
मानी नहीं हार
माझी , खेते जाओ रे
दूर है किनारा
डूबते हुए को बहुत है
तिनके का सहारा
ओ माझी रे, हे हे माझी रे
डूबते हुए को बहुत है
तिनके का सहारा
मन जहाँ मान ले माझी
हे मन जहाँ मान ले माझी
वहीँ है किनारा
माझी, खेते जाओ रे
दूर है किनारा
गहरी नदी की धारा
टूटी तेरी नैया, फिर भी
खेते जाओ रे
ए ए नैया खेते जाओ रे
ओ माझी, खेते जाओ रे
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Door hai kinara-Saudagar 1973
Artist: Nuta, Amitabh Bachchan, Padma Khanna
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