Nov 4, 2010

ये कह दो यमराज से-लोक परलोक १९७९

आज नरक चतुर्दशी है। इस अवसर पर कोई ऐसा गीत ढूंढ
रहा था जिसमे यमराज का जिक्र हो। ऐसा एक गीत अवश्य
है फिल्म लोक-परलोक से। ये फिल्म सन १९७९ में आई थी।
इसमें नायक यमलोक पहुँच जाता है और वहां मजदूर यूनियन
बनवाने के साथ साथ हड़ताल करवा देता है। हड़ताल करवाने के
बाद वो गीत गाता है। हमारा हिंदी फिल्म का हीरो जब चाहे जहाँ
चाहे गीत गा सकता है। फिल्म में यमराज का रोल में प्रेमनाथ हैं।
गीत गाया है किशोर कुमार ने । इसके बोल हैं आनंद बक्षी
के और संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने तैयार किया है।
आनंद बक्षी के लेखन से शायद ही कोई पहलू अनछुआ
रह गया होगा। पिछला गीत भी उन्ही का लिखा हुआ था।

टी रामाराव के निर्देशन में बनी ये फिल्म रोचक है। इसमें एक
और दिलचस्प बात ये है कि पौराणिक और ऐतिहासिक फिल्मों
के बादशाह प्रदीप कुमार देवराज इन्द्र कि भूमिका में हैं। आप सोच
रहे होंगे कि मेनका का रोल किसने किया होगा ? मेनका की भूमिका
मिली थी पद्मा खन्ना को।



गीत के बोल:

ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से
ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से

ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से

तानशाही नहीं चलेगी
तानाशाही मुर्दाबाद

इंकलाब जिंदाबाद
तानाशाही मुर्दाबाद

इंकलाब जिंदाबाद
तानाशाही मुर्दाबाद

ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से
ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से

left left left left
left right left right left right
double march

पैदा होगा खून नया
अब होगा कानून नया
ये बेगार नहीं होगी
ये सरकार नहीं होगी
होगा हर एक नाम का दिन
काम का दिन आराम का दिन
तोड़ेंगे हम फोड़ेंगे
दुरुस्त
अपना हक नहीं छोड़ेंगे
कभी नहीं
तोड़ेंगे हम फोड़ेंगे
करेक्ट
अपना हक नहीं छोड़ेंगे
हमको जो बर्बाद करेगा
उसको कर देंगे बर्बाद

ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से
ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से

हे हे हे हे हे

अब ना चलेंगे मंत्र यहाँ
अब होगा गणतंत्र यहाँ
वोते जिसे देंगे सारे
राज़ करेगा वो प्यारे
नरक ना ये कहलायेगा
स्वर्ग यहाँ बन जायेगा

यमदूतों के सपने हों
हम ही नेता अपने हों
थैंक यू
यमदूतों के सपने हों
जियो
हम ही नेता अपने हों
बुलबुल बाहर सैर करेंगे
पिंजरे में होगा सैय्याद

ये कह दो यमराज से
काम बंद है आज से

इंकलाब जिंदाबाद
तानाशाही मुर्दाबाद
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Ye keh do yamraj se-Lok Parlok 1979

Artist: Jeetendra

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