Nov 10, 2010

तेरी दुनिया से मजबूर-पवित्र पापी १९७०

पेश है एक और क्लासिक गीत किशोर का। प्रेम धवन ने इसे
लिखा और संगीतबद्ध किया है। प्रेम धवन एक बहुमुखी प्रतिभा
के इंसान थे। पंजाबी मूल के धवन ने कई हिंदी फिल्मों के लिए
गीत लिखे और तकरीबन ७-८ हिंदी फिल्मों में संगीत दिया।
अम्बाला में जन्मे धवन ने ४० के दशक के उत्तरार्ध में ही बॉलीवुड
में अपने पैर जमा लिए थे और लगभग सभी नामचीन संगीतकारों
के साथ काम किया । आपको फिल्म वचन का बच्चों वाला गीत
ज़रूर याद होगा-"चंदा मामा दूर के " ये उन्ही के लेखन का कमाल
है।

प्रस्तुत गीत फिल्माया गया है बलराज साहनी के पुत्र परीक्षित साहनी
पर फिल्म पवित्र पापी के लिए। मजमून ये है कि प्रेमिका की शादी
किसी और से हो जाने के बाद नायक उसकी ज़िन्दगी से बहुत दूर चला
जा रहा है, किधर ये जानने के लिए आपको देखना पड़ेगी फिल्म।



गीत के बोल:

तेरी दुनिया से
हो के मजबूर चला
मैं बहुत दूर, बहुत दूर
बहुत दूर चला

तेरी दुनिया से

इस कदर दूर से फिर
लौट के भी आ ना सकूं
ऐसी मंजिल के जहाँ
खुद को भी मैं प् ना सकूं
और मजबूरी है क्या
और मजबूरी है क्या
इतना भी बतला ना सकूं

तेरी दुनिया से
हो के मजबूर चला
मैं बहुत दूर, बहुत दूर
बहुत दूर चला

तेरी दुनिया से

आँख भर आई अगर
अश्कों को मैं पी लूँगा
आह निकली जो कभी
होंठों को मैं सी लूँगा
तुझसे वादा है किया
तुझसे वादा है किया
इसलिए मैं जी लूँगा

तेरी दुनिया से
हो के मजबूर चला
मैं बहुत दूर, बहुत दूर
बहुत दूर चला

तेरी दुनिया से

खुश रहे तू है जहाँ
ले जा दुआएं मेरी
तेरी राहों से जुदा
हो गई राहें मेरी
कुछ नहीं साथ मेरे
कुछ नहीं साथ मेरे
बस है खताएं मेरी

तेरी दुनिया से
हो के मजबूर चला
मैं बहुत दूर, बहुत दूर
बहुत दूर चला

तेरी दुनिया से
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Teri duniya se ho ke majboor-Pavitra Paapi 1970

Artist-Parikshit Sahni

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