दरोगा जी चोरी हो गई -गौतम गोविंदा १९७९
पिछले फिल्म के नाम से याद आया एक गीत। 'देशभक्ति
और जनसेवा' के महकमे से जुड़ा हुआ ये गीत फिल्म
गौतम गोविंदा से है जिसे गाया है आशा भोंसले ने
मौसमी चटर्जी के लिए। जिस समय ये फिल्म आई थी
उस समय से अगले २-३ साल तक ये नियमित रूप से
रेडियो पर बजा करता था। गीत लिखा है आनंद बक्षी ने और
इसकी धुन बनाई है लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने। हिंदी सिनेमा
में कुछ ही ऐसे नायक हुए हैं जो कुरता पाजामा में भी जंचा
करते हैं उनमे से एक हैं शशि कपूर। हाँ एक बात और -इस हिट
फिल्म के निर्देशक सुभाष घई है। रोचक और दिलचस्प गीत है
जो दर्शक को शुरू से अंत तक बांधे रखता है।
ये है इसका कवर वर्ज़न
गीत के बोल:
दरोगा जी
दरोगा जी चोरी हो गई
हो, दरोगा जी चोरी हो गई
ओ मेरी चोरी हो गई
दरोगा जी चोरी हो गई
बड़े नाजों से दिल को पाला था
अठरा बरस संभाला था
उन्नीसवे बरस में मैं बर्बाद हो गई
दरोगा जी
दरोगा जी चोरी हो गई
हो, दरोगा जी चोरी हो गई
कागजा कलम दावत लो
लिखो रपट मेरी सा
कागजा कलम दावत लो
लिखो रपट मेरी सा
चोरी हुई अजीब ये
सोना गया ना पैसा
जागूं मैं रात सारी
मेरी नींद खो गई
दरोगा जी
दरोगा जी चोरी हो गई
ओ मेरी चोरी हो गई
दरोगा जी चोरी हो गई
मुझको पता था एक दिन
होगा ज़रूर धोखा
मुझको पता था एक दिन
होगा ज़रूर धोखा
करती थी रोज़ बंद मैं
हर खिड़की हर झरोखा
घर छोड़ के खुला
मैं हाय कल रात सो गई
दरोगा जी
दरोगा जी चोरी हो गई
ओ मेरी चोरी हो गई
दरोगा जी चोरी हो गई
हाँ, पूछोगे तुम सवाल
बोलो लगता था चोर कैसा
हाँ, पूछोगे तुम सवाल
बोलो लगता था चोर कैसा
रब झूठ ना बुलाये
उसका चेहरा था आप जैसा
चेहरा था आप जैसा
तुमसे, नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं
तुमसे तो भूल माफ़
कह दो भूल हो गई
दरोगा जी
दरोगा जी चोरी हो गई
बड़े नाजों से दिल को पाला था
अठरा बरस संभाला था
उन्नीसवे बरस में मैं बर्बाद हो गई
दरोगा जी चोरी हो गई
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