Nov 21, 2010

अपुन बोला-जोश २०००

बॉलीवुड के नायक नायिकाओं को गाने का शौक
अपने बुजुर्गों से लगा है। प्रथम पीढ़ी के अभिनेता
गायन भी किया करते थे। जब तक पार्श्व गायन
अस्तित्व में नहीं आया था नायक नायिकाओं को
गीत खुद ही गाने पढ़ते। पार्श्व गायन आने के बाद भी
कुछ नायक नायिकाओं ने गीत गाये उनमे नायक
राज कपूर, दिलीप कुमार, अभिनेत्री नूतन प्रमुख हैं।
नूतन ने तो स्नेहल भाटकर की एक फिल्म के लिए
४ गीत गाये हैं। नए दौर में आपने आमिर खान का
"क्या बोलती तू" सुना। परंपरा को जारी रखते हुए
शाहरुख़ ने भी फिल्म जोश के लिए एक गीत गा लिया।
पेश है वही गीत जिसमे उनका साथ दिया है गायिका
हेमा सरदेसाई ने। नितिन रैकवार के लिखे बोलों को
धुन पहनाई है अन्नू मालिक ने।



गीत के बोल:

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

एक काम कर उस को बुला,
होटल में खाना खिला
समुन्दर किनारे लेजा के रे, बोल
बोल दे खुल्लम खुल्ला
अरे मैंने उसे बुलाया,
कोकम करी खिलाया
फिर देख के मौका,मारा चौका
दिल की बात बताया रे

ऐ क्या बताया रे?

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

सौ लफड़े देखे मैंने,
तेरा लफड़ा हट के है
सब कुछ क्लेअर होके भी,
तू किस में अटके है

अपुन बोला तू मेरी लै...

घर से भगा के ले जा,
समझेगी तेरी बात तो
अरे, घर से भगा के ले गया था,
उस को आधी रात को

ऐ सैटिंग हुई क्या?

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

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