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Feb 10, 2020

जाँ मेरी जान-ए-जाना-तक्षक १९९९

समय समय पर हमने आपको ढिशुम ढिशुम सोंग्स
सुनवाए हैं जिनमें गाने के साथ साथ रिदमिक दंगल
या लड़ाई वगैरह चलती है. उसी कड़ी-दाल में आज एक
गीत सुनिए फिल्म तक्षक से. इसमें गोलियों की आवाजें
भरपूर हैं.

गाने में क्या हो रहा है उसमें दिमाग ना खपायें तो भी
चलेगा. इसे हेमा सरदेसाई और कोरस ने गाया है. इस
गीत के रचयिता हैं महबूब और इसका संगीत तैयार किया
हैं ए आर रहमान ने.



गीत के बोल:

जाँ मेरी जाने जाना संग संग चलें कहीं
जाँ मेरी हा आ आ आ आ
जाँ मेरी जाने जाना संग संग चलें कहीं
जाँ मेरी जाने जाना संग संग चलें कहीं
हाथों में हाथ तुम मेरे साथ रुकें ना हम कहीं
हाथों में हाथ तुम मेरे साथ रुकें ना हम कहीं

टिमटिमटिमाते तारे मिल के देते हैं रोशनी
जगमग जगमग जगमग जुगनू चमकायें रात हसीं
टिम टिम टिम टिम टिम टिम तारे दें रोशनी
जगमग जग जगमग जग जुगनू से रात हसीं
तो झिलमिलायें उस तरह टिमटिमायें उस तरह
हम तुम भी मिल के क्यूँ ना जगमगायें ज़िंदगी

जाँ मेरी हा आ आ आ आ
जाँ मेरी जाने जाना संग संग चलें कहीं

तिनके जुड़ें तो बनता है आशियाना
बूँदें भरे हैं सागर का पैमाना
बस उसी तरह से
हाँ बस उसी तरह से अपने दिल मिलें
तो मौसम हो जाये आशिक़ाना

अपने होंठों पे है हरदम मीठा मीठा इक तराना
यारों अपना दिल बड़ा है शायराना शायराना

जाँ मेरी जाने जाना संग संग चलें कहीं
चलें कहीं
हाथों में हाथ तुम मेरे साथ रुकें ना हम कहीं

आ वाऊ व्हे ऐ ऐ व्हे ऐ ऐ
ये आ आ आ आ
आ हा हा हा हा हा हा

हमें पता है एक आग है उधर भी
हमें पता है
पहुँची है जिसकी आँच तो इधर भी
हमको पता है एक आग है उधर भी
पहुँची है जिसकी आँच तो इधर भी
आसरा जले हम
आसरा जले दोनों के इश्क़ मिलें
तो रोशन हो जाये ये जहाँ भी
ये जहाँ भी
शोला शोला भड़के ज़रा
ज़र्रा ज़र्रा चमके ज़रा
जिया जिया सुलगे ज़रा
रुआँ रुआँ दमके ज़रा

जाँ मेरी जाँ मेरी जाने जाना जाने जाना
संग संग चलें कहीं संग संग चलें कहीं
हाथों में हाथ हाथों में हाथ
तुम मेरे साथ तुम मेरे साथ
रुकें ना हम कहीं रुकें ना हम कहीं
………………………………………………………..
Jaan meri jaane janaa sang sang-Takshak 1999

Artists: A heroine, Ajay Devgan

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Dec 4, 2018

ए बी सी डी ई एफ-हम साथ साथ हैं १९९९

म्हारे हिवड़ा में नाचे मोर निस्संदेह सन १९९९ की फिल्म
हम साथ साथ हैं का सबसे लोकप्रिय गीत है. लोक गीतों
पर आधारित गाने अधिकाँश लोकप्रिय हो जाते हैं. कुछ
अपवाद रह जाते हैं जैसे बप्पी लहरी के संगीत में बरसों
पहले एक गीत आया था-लौंडा बदनाम हुआ वो गुमनाम
सा रह गया मगर वही कंसेप्ट मुन्नी के साथ आया झंडू
बाम ले कर तो हिट हो गया.

सुनते हैं अंग्रेजी अल्फाबेट याद करवाने वाला गीत जिसे
देख कर आपको पक्का यकीन हो जायेगा कि ये सब
गिनती में ७-७ ही हैं. ३ भाई, ३ बीबियाँ/गर्लफ्रेंड और
एक बहन.

गीत मिताली शशांक ने लिखा है और इसकी धुन तैयार
की है राम लक्ष्मण ने. इसे उदित नारायण, हेमा सरदेसाई,
हरिहरन और शंकर महादेवन ने गाया है.



गीत के बोल:

हे हे
ए बी सी डी ई एफ़ जी एच आई जे के एल एम एन ओ पी क्यू
आर एस टी यू वी डब्लू एक्स वाई ज़ेड
आई लव यू

छुट्टियों के ये दिन हैं सुहाने
साथी तेरा यूं साथ रहे
बच्चों के संग बच्चे फिर बन जाएं
मौज में झूमें ज़रा मस्ती करें
बन के बादल हाय
बन के पंछी हाय हाय
उड़ते रहे
………………………………………………………………..
ABCDEFGH-Hum saath saath hain 1999

Artists:

Lyrics: Mitali Shashank

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Jul 25, 2017

इश्क़ चाँदी है इश्क़ सोना है-बीवी नंबर १

इश्क चांदी है सोना है. कुल मिला कर सोना चांदी च्यवनप्राश
है. इस गीत को बजा बजा कर ना जाने कितने फिटनेस और
हेल्थ क्लब में जनता ने सेहत बनाई है.

बीवी नंबर १ का गीत सुनते हैं आज जिसे शंकर महादेवन संग
हेमा सरदेसाई ने गाया है. सलमान खान और सुष्मिता सेन पर
इसे फिल्माया गया है. फिल्म के गीत अपने समय में काफी
बजे थे. समीर के लिखे गीत की तर्ज़ बनाई है अन्नू मलिक ने.



गीत के बोल:

इश्क़ चाँदी है इश्क़ सोना है
सोना सोना बाबा सोना सोना बाबा
सोना सोना सोना
है जवानी तो इश्क़ होना है
है जवानी तो इश्क़ होना है

इस उमर में तो ऐसा होता है
नींद उड़ती है चैन खोता है
याद आती है जान जाती है
प्रेमी जगते हैं जग सोता है
कभी हँसना है कभी रोना है
सोना सोना बाबा सोना सोना बाबा
सोना सोना सोना
है जवानी तो इश्क़ होना है
है जवानी तो इश्क़ होना है

हम दीवानों से लोग जलते हैं
ऐसा करते हैं भाग चलते हैं
दिल जो कहता है हम वो करते हैं
इस ज़माने से हम क्या डरते हैं
इश्क़ जादू है इश्क़ टोना है
सोना सोना बाबा सोना सोना बाबा
सोना सोना सोना
है जवानी तो इश्क़ होना है
है जवानी तो इश्क़ होना है
................................................................
Ishq chandi hai-Biwi No. 1

Artists: Salman Khan, Sushmita Sen

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Nov 24, 2016

आ गए दिन सनम इकरार के-होगी प्यार की जीत १९९९

आपको आज एक चार गायकों का गाया गीत सुनवाते हैं. गीत
की विशेषता इसमें दो गायक और दो गायिकाएं हैं. गायिकाएं
काफी ऊर्जावान हैं और ऊंची पट्टी पर गाने में पूर्ण रूप से
सक्षम भी. जसपिंदर नरूला और हेमा सरदेसाई गायिकाएं हैं
साथ सोनू निगम और अभिजीत की आवाजें हैं.

गीत लिखा है समीर ने और इस गीत का संगीत तैयार किया है
संगीतकार जोड़ी आनंद-मिलिंद ने. इस फिल्म में अजय देवगन,
अरशद वारसी, नेहा और मयूरी कांगो प्रमुख कलाकार हैं.




गीत के बोल:

आ गए दिन सनम इकरार के
कभी कहीं ना हम रुकेंगे हार के
आ गए दिन सनम इकरार के
कभी कहीं ना हम रुकेंगे हार के
ओ मनमीत होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत
है रब भी साथ उनके जो करते हैं प्रीत
होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत
है रब भी साथ उनके जो करते हैं प्रीत
हो हो हो

कुछ भी ज़माना करे हम किसी से न डरें
हम चल पड़ें आसमान को झुका दें
दिल के लहू से लिखेंगे फ़साने

आ गए दिन सामान इकरार के
कभी कहीं ना हम रुकेंगे हार के
ओ मनमीत होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत
है रब भी साथ उनके जो करते हैं प्रीत
होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत

ले के नए ज़लज़ले तूफ़ान बन के चलें
गाते रहेंगे मिलन के तराने
होंगे जुदा ना कभी हम दीवाने
आ गए दिन सामान दीदार के
कभी कहीं ना हम रुकेंगे हार के
ओ मनमीत होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत
है रब भी साथ उनके जो करते हैं प्रीत
होगी प्यार की जीत
होगी प्यार की जीत
..........................................................
Aa gaye sanam din ikraar ke-Hogi pyar ki jeet 1999

Artists: Ajay Devgan, Arshad Warsi, Neha, Mayuri Kango

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Aug 4, 2016

न हीरा न मोती-कुंवारा २०००

अभिलाषाएं बाल-सुलभ, युवा, प्रौढ़ एवं वृद्ध हो सकती हैं. ये
उम्र के हिसाब से होने वाली चीजों के बारे में बात कर रहे
हैं हम. कुछ शोर्ट टर्म होती हैं तो कुछ होती हैं लॉन्ग टर्म.
कुछ घुमड़ घुमड़ कर बाहर आती हैं तो कुछ उछल उछल
कर. कुछ अभिलाषाएं मन में ही दब कर रह जाती हैं बेचारी.


एक गीत सुनवाते हैं आपको जिसमें कुंवारी-अभिलाषा मन के
बाहर फूट पड़ी हैं. कुंवारों के मन में लड्डू कैसे फूटा करते हैं
उसकी बानगी आपने देखी फिल्म अनोखी रात के गीत में.
एक और गीत सुनवाते हैं फिल्म कुंवारा से जो एक नयी
फिल्म है. वर्त्तमान साल के हिसाब से ये भी पुरानी हो चली
है.

फर्क इतना है कि जहाँ अनोखी रात के गीत में ये मामला
सिर्फ एकल था, फिल्म कुंवारा के गीत में ये युगल हो गया
है अर्थात डबल डोज़. फिल्म के नायक गोविंदा और नायिका
उर्मिला मातोंडकर हैं.




गीत के बोल:

ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
मैं तो तेरे दिल का खिलौना चाहूँ रे
ना चंदा ना सूरज ना तारे चाहूँ रे
तेरे जैसा लड़का कुंवारा चाहूँ रे
ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
मैं तो तेरे दिल का खिलौना चाहूँ रे
ना चंदा ना सूरज ना तारे चाहूँ रे
तेरे जैसा लड़का कुंवारा चाहूँ रे

ये काले काले गेसू ये भूरी भूरी आँखें
ये काले काले गेसू ये भूरी भूरी आँखें
दीवानी करती हैं दीवानी तेरी बातें
मैंतो तेरी बाहों का सहारा चाहूँ रे

ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
मैं तो तेरे दिल का खिलौना चाहूँ रे
ना चंदा ना सूरज ना तारे चाहूँ रे
तेरे जैसा लड़का कुंवारा चाहूँ रे

तेरे लिए ही जानी गुलाबों सी जवानी
तेरे लिए ही जानी गुलाबों सी जवानी
ओ मेरी जिंदगानी दे कोई तो निशानी
मैं तो तेरे ख्यालों में खोना चाहूँ रे

ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
मैं तो तेरे दिल का खिलौना चाहूँ रे
ना चंदा ना सूरज ना तारे चाहूँ रे
तेरे जैसा लड़का कुंवारा चाहूँ रे

ना हीरा ना मोती ना सोना चाहूँ रे
मैं तो तेरे दिल का खिलौना चाहूँ रे
ना चंदा ना सूरज ना तारे चाहूँ रे
तेरे जैसा लड़का कुंवारा चाहूँ रे


..................................................................
Na heera na moti-Kunwara 2000

Artists: Urmila Matondkar, Govinda

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Jul 8, 2016

गुप्त गुप्त(शीर्षक)-गुप्त १९९७

आज आपको एक गीत सुनवा रहे हैं फिल्म गुप्त से जो फिल्म
का शीर्षक गीत है. इसको आप सरसरी तौर पर सुनेंगे तो आपको
गुप गुप सुनाई देगा.

एक बार की बात है मैं किसी दावत में गया था उस अवसर पर
गाने बजाये जा रहे थे जिनमें फिल्म मन और फिल्म गुप्त के
गाने ज्यादा थे. गुप्त फिल्म का गाना पूरी दावत में कम से कम
५ बार सुना दिया गया था. दावत के आखिरी बैच में हम सब
खाना खा रहे थे. कोई खड़े खड़े खा रहा था तो कोई टेबल कुर्सी
पर. एक सज्जन जो कुछ ऐसे अंदाज़ में खा रहे थे मानो २-३
दिन से कुछ ना मिला हो. उसके अलावा उनके खाने का अंदाज़
भकोसने वाला था. तल्लीनता उनकी ऐसी थी मानो आसपास कोई
ना हो, दुनिया से बेखबर. उसी के साथ बैकग्राउंड में गाना बज
रहा था गुप गुप. अब उन्हें देख के वे शब्द हमें गपा-गप जैसे
सुनाई दे रहे थे.

उस वाकये के बाद तो जब भी ये गीत कहीं बजता सुनाई देता है
वो हप-हप और गपा-गप तुरंत ही याद आता है.

गीत आनंद बक्षी ने लिखा जिसकी धुन बनाई है विजू शाह ने.
इसे हेमा सरदेसाई, कविता कृष्णमूर्ति और चेतन ने गाया है.




   
गीत के बोल:

गुप्त गुप्त
गुप्त ऐ रे
गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
गुप्त ऐ रे
गुप्त गुप्त
वो क्या है
गुप्त गुप्त
गुप्त ऐ रे
गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
गुप्त ऐ रे
गुप्त गुप्त
गुप्त

यहाँ वहाँ धुंआ धुंआ
छुपा कहाँ हाँ गुप्त है वो
गुप्त ऐ रे
गुप्त गुप्त

यहाँ वहाँ धुंआ धुंआ
छुपा कहाँ हाँ गुप्त है वो
गुप्त गुप्त
गुप्त
ये जान ले अगर पहचान ले नज़र
सभी बंधनों से तू हो जायेगा मुक्त
गुप्त गुप्त
वो क्या है
गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
वो क्या है
गुप्त गुप्त

हे हे हे हे
यहाँ वहाँ धुंआ धुंआ
छुपा कहाँ हाँ गुप्त है वो
गुप्त ऐ रे
यहाँ वहाँ धुंआ धुंआ
छुपा कहाँ हाँ गुप्त है वो
ये जान ले अगर पहचान ले नज़र
सभी बंधनों से तू हो जायेगा मुक्त
गुप्त गुप्त
वो क्या है
गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
वो क्या है
गुप्त गुप्त

हे हे हे हे

गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
हे हे हे हे
अई यई यई यई या
अई यई यई यई या
गुप्त गुप्त
गुप्त
गुप्त गुप्त
वो क्या है
अई यई यई यई या
…………………………………………………………….
Gupt gupt(Title)-Gupt 1997

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Aug 20, 2015

आवारा भँवरे-सपने १९९७

फिल्म सपने के गीत अनूठे हैं, कुछ अपने बोलों की वजह से
तो कुछ संगीत, नृत्य की वजह से. अनूठे का एक मतलब है
अलग हट के. इस गीत के बोलों से भी ऐसा लगता है मानो
व्याकरण की किताब खोल के गीत लिखा गया हो. खैर ये
हमारा अनुमान है, हो सकता है अलंकारों वाला पाठ गीतकार
ने स्कूल में बहुत ध्यान लगा के पढ़ा हो.

मेरा अनुमान है गाय और बैल जबरन घंटी नहीं बजाते, वो
काम बकरी करती है. खुद बजने और बजाने का ये फर्क गीत
में खत्म हो सकता है. गीत में कुछ भी संभव है-एलुमिनियम
कॉपर में तब्दील हो सकता है बिना किसी रासायनिक क्रिया
के.

गीत पर्यावरण प्रेमी गीत है पिछले गीत की भांति और इसमें
झींगुर को भी याद कर लिया गया है. झींगुर, एक छोटा सा
प्राणी जो अपना पूरा दम लगा के जोर की आवाज़ निकालता
है. सन्नाटे को चीरने के लिए अकेली उसकी आवाज़ काफी है.
गीत के अंतिम शब्दों को सलाम करते हुए मेरा मन जो कुछ
झंकृत और कुछ अलंकृत सा हो गया है, कुछ कहना चाहता है-
यूरेका-यूरेका.

गीत गाया है हेमा सरदेसाई और मलेशिया वासुदेवन ने. गायक
वासुदेवन तमिल फिल्म उद्योग की जानी मानी हस्ती थे. उन्होंने
सभी प्रकार के गीत सफलतापूर्वक गाये हैं. उनका मलेशिया से
कनेक्शन था इसलिए नाम के साथ मलेशिया जुड़ा हुआ है.



गीत के बोल:

आवारा भँवरे जो हौले हौले गाएँ
फूलों के तन पे हवा ये सरसराये
कोयल की कुहू कुहू
पपीहे की पीहू पीहू
जंगल में झींगुर भी छाये जाये
नदियाँ में लहरें आयें
बलखायें छलकी जायें
भीगी होंठों से वो गुनगुनाएं
गाता है साहिल, गाता है बहता पानी
गाता है ये दिल सुन
सा रे गा मा पा धा नि सा रे

रात जो आये तो, सन्नाटा छाये तो
टिक-टिक करे घड़ी सुनो
दूर कहीं गुज़रे, रेल किसी पुल से
गूँजे धड़ाधड़ी सुनो
संगीत है ये, संगीत है
मन का संगीत सुनो
बाहों में ले के बच्चा, माँ जो कोई लोरी गाये
ममता का गीत सुनो
आवारा भँवरे जो हौले हौले गाएँ
फूलों के तन पे हवा ये सरसराये
कोयल की कुहू कुहू
पपीहे की पीहू पीहू
जंगल में झींगुर भी छाये जाये

भीगे परिन्दे जो, ख़ुद को सुखाने को
पर फड़फड़ाते हैं सुनो
गाय भी, बैल भी, गले में पड़ी घंटी
कैसे बजाते हैं सुनो
संगीत है ये, संगीत है
जीवन संगीत सुनो
बरखा रानी बूँदों की
पायल जो झनकाये
धरती का गीत सुनो
हिलको रे, हिलको रे
आवारा भँवरे जो हौले हौले गाएँ
फूलों के तन पे हवा ये सरसराये
कोयल की कुहू कुहू
पपीहे की पीहू पीहू
जंगल में झींगुर भी छाये जाये
………………………………………………………………….
Awara Bhanwre-Sapnay 1997

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Jun 3, 2011

जिंदा हैं हम तो-जोश २०००

फिल्म जोश(२०००) के चार गीत आपको सुनवा दिए हैं। फिल्म के संगीत
पर काफी चर्चा हम कर चुके हैं। केवल इस गीत के ऊपर थोड़ी लालटेन
चमकाएंगे। नितिन रैकवार के हिंगलिश गीत को गाया है अभिजीत,
जोली मुखर्जी और हेमा सरदेसाई ने। इसमें से जोली और हेमा ऊंची
पट्टी पर गाने वाले गायक हैं। अभिजीत ने भी कई गीत ऊंची पट्टी
पर गाये हैं मगर वे ऊंची पट्टी वालों की जमात में शामिल नहीं किये
जाते। एक आवाज़ और है इस गीत में-अलका याग्निक की जो दूसरे
अंतरे के समय प्रकट होती हैं।

गोवा की संस्कृति से ओतप्रोत ये गीत पुराने गोवा और आधुनिक गोवा
के बदलावों के बीच सेतु का काम सा करता दिखाई देता है। गीत के
बोलों पर ज्यादा दिमाग ना खपायें, खाली धुन का आनंद लेकर काम
चलाया जा सकता है। रे रे रे री रा रा गाने वाला गायक ऐसी आवाजें
निकाल रहा है जैसे उसको कब्जियत की शिकायत हो । कुल मिला के
गीत आकर्षक है और देखने में बढ़िया लगता है अपने नृत्य की वजह
से। आप अगर आवाज़ बंद करके सुनेंगे इस गीत को तो लगेगा किसी
बहुराष्ट्रीय कंपनी के उत्पाद का विज्ञापन देख रहे हों। आपको विभिन्न देशों
के जीव इस गीत में थिरकते नज़र आयेंगे। मिस्त्र की सुंदरी सी वेशभूषा
में युवती के साथ टावेल लपेटे चश्मा लगाये अपना हिन्दुस्तानी भाई
भी नज़र आएगा इस गीत में। गीत काफी महंगे सेट पर फिल्माया गया
है और इसका फिल्मांकन उत्तम कोटि का है।

गीत में नायक को पुरानी यादों के साये में घिरा हुआ दिखाया जाता है।
उत्सवी माहौल में वो दुखी है और अपने बचपन को याद कर रहा है।




गीत के बोल :

जिंदा है हम तो, तेरे ही लव से,
नहीं तो मर जाता डार्लिंग हम कब से
दिल ना तोड़ो, मुंह ना मोड़ो ,
ओ मारिया ओ मारिया

जिंदा है हम तो, तेरे ही लव से,
नहीं तो मर जाता डार्लिंग हम कब से
दिल ना तोड़ो, मुंह ना मोड़ो ,
ओ मारिया ओ मारिया

ओ रम्भा... ओ सम्भा...
इतना मुस्का नको मारो हमें, ऐसी बातों से डर लगता हमें
तुम प्यार कैसे, बोलो करेगा, डरता है क्यूँ मारिया
आईला साला हमपे मरता है ये, लगता है लव हमको करता है ये
यूँ न डरेगा, हम तो कहेगा, तुम सा नहीं मारिया

जिंदा है हम तो, तेरे ही लव से,
नहीं तो मर जाता डार्लिंग हम कब से
दिल ना तोड़ो, मुंह ना मोड़ो ,
ओ मारिया ओ मारिया

रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु
ओ साहिबा तुम भुलाना नहीं, दिल में आ के दूर जाना नहीं
दिल जो लिया है, दिल भी दिया है, बेवफा हम नहीं
ओ दिल जो तोड़ेगा हम कुछ कर जायेगा, लगता है हम तो मर जायेगा
तुमसे मोहब्बत, हमको है कितना, कैसे कहें मारिया
ओ रम्भा... ओ सम्भा.... रु रु....

रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु रु

जिंदा है हम तो, तेरे ही लव से,
नहीं तो मर जाता डार्लिंग हम कब से
दिल ना तोड़ो, मुंह ना मोड़ो ,
ओ मारिया ओ मारिया
..............................
Zinda hain hum to-Josh 2000

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Nov 21, 2010

अपुन बोला-जोश २०००

बॉलीवुड के नायक नायिकाओं को गाने का शौक
अपने बुजुर्गों से लगा है। प्रथम पीढ़ी के अभिनेता
गायन भी किया करते थे। जब तक पार्श्व गायन
अस्तित्व में नहीं आया था नायक नायिकाओं को
गीत खुद ही गाने पढ़ते। पार्श्व गायन आने के बाद भी
कुछ नायक नायिकाओं ने गीत गाये उनमे नायक
राज कपूर, दिलीप कुमार, अभिनेत्री नूतन प्रमुख हैं।
नूतन ने तो स्नेहल भाटकर की एक फिल्म के लिए
४ गीत गाये हैं। नए दौर में आपने आमिर खान का
"क्या बोलती तू" सुना। परंपरा को जारी रखते हुए
शाहरुख़ ने भी फिल्म जोश के लिए एक गीत गा लिया।
पेश है वही गीत जिसमे उनका साथ दिया है गायिका
हेमा सरदेसाई ने। नितिन रैकवार के लिखे बोलों को
धुन पहनाई है अन्नू मालिक ने।



गीत के बोल:

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

एक काम कर उस को बुला,
होटल में खाना खिला
समुन्दर किनारे लेजा के रे, बोल
बोल दे खुल्लम खुल्ला
अरे मैंने उसे बुलाया,
कोकम करी खिलाया
फिर देख के मौका,मारा चौका
दिल की बात बताया रे

ऐ क्या बताया रे?

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

सौ लफड़े देखे मैंने,
तेरा लफड़ा हट के है
सब कुछ क्लेअर होके भी,
तू किस में अटके है

अपुन बोला तू मेरी लै...

घर से भगा के ले जा,
समझेगी तेरी बात तो
अरे, घर से भगा के ले गया था,
उस को आधी रात को

ऐ सैटिंग हुई क्या?

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
ये उसका स्टाइल होइंगा
होठों पे ना दिल में हाँ होइंगा
आज नहीं तो कल बोलेगी
ऐ तू टेंशन काई को लेता रे

अपुन बोला तू मेरी लैला
वो बोली फेंकता है साला
अपुन जब ही सच्ची बोलता
ऐ उसको झूठ काई को लगता है

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