आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे-ब्रह्मचारी १९६८
ही ऐसे हैं कि लगता है सूचना दी जा रही हो. अपने ज़माने में
आम श्रोता और बाद के ज़माने में ओर्केस्ट्रा के कलाकारों और
श्रोताओं का पसंदीदा ये गीत है फिल्म ब्रह्मचारी से. गीत लिखा है
शैलेन्द्र ने और इसे गाया है रफ़ी और सुमन कल्याणपुर ने. इस
गीत का संगीत तो आप पहचान ही गए होंगे नहीं? तो, आपको
पोस्ट के अंत में बतायेंगे.
आपको इसका विवरण ऐसे सुनाते हैं जैसे किसी किरकिट के मैच
की कमेंट्री सुनाई जाती है. - साड़े पांच इंच की मुस्कान के साथ
एक गिटार भांजता युवक गीत में सर्वप्रथम दिखाई देता है. इसके
बाद प्रश्नसूचक अंदाज़ में नायक नायिका की ओर कदम बढ़ा कर
उससे कुछ करने की इच्छा जाहिर करता है इशारों में जिसे नायिका
शायद अभी समझ नहीं पाई है. और जैसे ही नायक उसका हाथ
पकड़ कर एक चक्कर उसको खिलाता है नायिका खुशी से दायें बाएं
होती हुई हाथ झटकते हुए नाचना शुरू कर देती है मानो किसी
खिलौने को चाबी दे दी गई हो. उसके बाद नायक बड़ी टांगने की
पेटी(हारमोनियम)जैसे दिखने वाले किसी वाद्य को बजाना शुरू कर
देता है. मजे की बात ये है कि वो एक कोर्ड(chord)के सेट पर
उँगलियाँ जमाए है और बाकी का काम बाजा खुद कर रहा है.
अब एक विलन से दिखने वाले नौजवान को देखिये सफ़ेद शेरवानी
पहने, इनका नाम प्राण है. नायक नायिका का गर्दन हिलाने का
कार्यक्रम भी जारी है. हमारे स्टेटीशीयन थोड़ी देर में बतलायेंगे
कितनी बार गर्दन हिल गयी और कितनी बार शरीर के बाकी
भाग.
और लीजिए इसी के साथ नायक ने गाना शुरू कर दिया है. और
मैंने भी गीत के बोल लिखना शुरू कर दिया है. नायिका "अच्छा,
तो क्या" जुमले बोलने के बाद जो नायक गा रहा है वही दोहराना
शुरू कर देती है जैसे कोई ट्यूशन लेता हुआ बच्चा मास्टरजी के
पहाडा को याद करते वक्त करता है-दो एकं दो, दो दूनी चार . इसके
बाद नायक एक अंग्रेजी बाजा जिसको हम सेक्सोफोन कहते हैं, बजाना
शुरू कर देता है एक आल राउंडर की तरह. ऐसे होनहार युवकों की
खेल जगत में बहुत ज़रूरत है जो कि समय आने पर किरकिट का
बल्ला छोड़ होकी, फुटबाल वगैरह खेल सकें, ज़रूरत पढ़ने पर नाव का
चप्पू भी चला सकें.
इसी बीच नायक नायिका का परिचय करवा दिया जाए जब तक
सेक्सोफोन की आवाज़ सुनाई देती है. नायक है शम्मी कपूर और
नायिका हैं मुमताज़. अगले ब्रेक में आपको गायक गायिकाओं के
बारे में बतलायेंगे. और लीजिए वही नृत्य फिर से चालू है अंग्रेजी के
ट्विस्ट नृत्य से प्रेरित और इसमें हाथ झटकने की देसी मिलावट है.
इसको करने के पहले बस इतना करना होता है ,हाथ पानी से धो ले
और उसे पोंछें नहीं. बस ट्विस्ट नृत्य करते करते हाथ झटकिये,
हाथ अपने आप सूख जायेंगे. शम्मी कपूर के सर हिलाने की ट्रेडमार्क
अदा को नायिका भी इस गीत में दोहरा रही हैं. इस अदा का फायदा
ये है कि अगर आपके सर पर आटे का खुला डब्बा गिर पड़े तो इस
प्रक्रिया को ३ मिनट तक करने से आपके बालों पर चिपका, गिरा
आटा एकदम झड कर अलग हो जायेगा.
सेक्सोफोन की आवाज़ बंद होते ही कैमरे ने भी झूम के अपना सर
घुमा लिया है और वो पार्टी में मौजूद लोगों की शक्लें पहचानने का
एक मौका दे रहा है.
नायिका उसी अंदाज़ में पंक्तियाँ दोहराती है जिस अंदाज़ में नायक
ने गाना शुरू किया था. नायक "तो क्या" बोलता हुआ बीच में कूद
पड़ता है जैसे किसी खिडकी से कूद कर अंदर आया हो.
बाकी की कमेंट्री चटके(कमेन्ट)लगने के पश्चात उपलब्ध कराई
जायेगी. ......
गीत के बोल:
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
अच्छा !
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
तो क्या
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
हमने तो प्यार में ऐसा काम कर लिया
प्यार की राह में अपना नाम कर लिया
हमने तो प्यार में ऐसा काम कर लिया
प्यार की राह में अपना नाम कर लिया
प्यार की राह में अपना नाम कर लिया
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
अच्छा !
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
तो क्या
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
दो बदन एक दिन एक जान हो गए
मंज़िलें एक हुईं हमसफ़र बन गए
दो बदन एक दिन एक जान हो गए
मंज़िलें एक हुईं हमसफ़र बन गए
मंज़िलें एक हुईं हमसफ़र बन गए
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
अच्छा !
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
तो क्या
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
क्यों भला हम डरें दिल के मालिक हैं हम
हर जनम में तुझे अपना माना सनम
क्यों भला हम डरें दिल के मालिक हैं हम
हर जनम में तुझे अपना माना सनम
हर जनम में तुझे अपना माना सनम
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
अच्छा !
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
तो क्या
आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर
सबको मालूम है और सबको खबर हो गयी
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Ajkal tere mere pyar ke charche-Brahmachari 1968
Artists: Shammi Kapoor, Mumtaz
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