Jan 29, 2012

यूँ ही कट जायेगा सफर-हम हैं राही प्यार के १९९३

मंज़िल तो सफ़र करने पर ही मिलती है चाहे जीवन का
हो या पटपडगंज से दिलशाद गार्डन का. फ़िल्मी गीत है
इसलये साथ चलने पर ही मंज़िल मिलने की संभावना
है अन्यथा आप एकाग्र हो कर लगन के साथ सफ़र तय
करते रहो, मंज़िल ज़रूर प्राप्त होगी. मंज़िल ऐसी भी ना
हो कि दस माले की बिल्डिंग में आपको ग्यारहवे माले
पर जाने की इच्छा हो.

फिल्म हम हैं राही प्यार के एक हलकी फुल्की मनोरंजक
फिल्म है जिसमें एक दृश्य में अण्डों का प्रयोग है. उसी
समय टी वी के चैनलों पर एक केम्पेन आया करता था
जिसमें अंडे खाने की सलाह दी जाती थी.

नवनीत निशान एक अच्छी अभिनेत्री थीं मगर फिल्म
लाइन ने उन्हें लचर भूमिकाएं पकड़ा कर तारा सीरियल
से मिली प्रसिद्धि को धोने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हो
सकता है एम्प्लोय्मेंट प्रॉब्लम्स के चलते उन्हें ऐसे रोल
करने पड़े हों.



गीत के बोल:

यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

हम हैं राही प्यार के चलना अपना काम
हम हैं राही प्यार के चलना अपना काम
पल भर में हो जायेगी हर मुश्किल आसान
पल भर में हो जायेगी हर मुश्किल आसान
हौसला ना हारेंगे हम तो बाज़ी मारेंगे
हौसला ना हारेंगे हम तो बाज़ी मारेंगे
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

कहती हैं ये वादियाँ बदलेगा मौसम
कहती हैं ये वादियाँ बदलेगा मौसम
ना कोई परवाह है खुशियां हो या गम
ना कोई परवाह है खुशियां हो या गम
आँधियों से खेलेंगे दर्द सारे झेलेंगे
आँधियों से खेलेंगे दर्द सारे झेलेंगे
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

मेहनत के आगे सभी तकदीरें बेकार
मेहनत के आगे सभी तकदीरें बेकार
होती उसकी जीत है जो ना माने हार
होती उसकी जीत है जो ना माने हार
रात जब ढल जाती है सुबह सुहानी आती है
हो रात जब ढल जाती है सुबह सुहानी आती है

यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
……………………………………………..
Yun hi kat jayega safar-Hum hain rahi pyar ke 1993

Artists: Aamir Khan, Juhi Chawla

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