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Nov 21, 2018

मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता-हम हैं राही प्यार के १९९३

१९९३ की फिल्म हम हैं राही प्यार के एक मनोरंजक
और पैसा वसूल फिल्म है जिसमें १० में से ९ पैसे वसूल
हो जाते हैं.

नायक और नायिका के अंदर की भावनाएं इस गीत के
माध्यम से बतलाई गयीं हैं. अभी तक दोनों के बीच कोई
क्लीयर संवाद नहीं हुआ है कि दोनों एक दूसरे के प्रति
आकर्षित हैं.

काश ऐसा होता, काश वैसा होता. इस गाने से सबक लें
सुन्दर और नटखट लड़कियां, कि, प्यार के टोटे भी पड़
सकते हैं जिंदगी में.

समीर के बोल, अलका-सानू की आवाजें और नदीम श्रवण
के संगीत वाला गीत अपने ज़माने का बड़ा हिट गाना है.



गीत के बोल:

मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता
मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता
मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता
काश कोई लड़का मुझे प्यार करता
काश कोई लड़का मुझे प्यार करता

मुझसे मुहब्बत का इज़हार करती
मुझसे मुहब्बत का इज़हार करती
काश कोई लड़की मुझे प्यार करती
काश कोई लड़की मुझे प्यार करती

जो मेरी माँग में चाँद तारे सजाता
जो मैं रूठ जाती मुझे वो मनाता
मेरी माँग में चाँद तारे सजाता
जो मैं रूठ जाती मुझे वो मनाता
हालत मेरी वो जानता
धड़कन मेरी पहचानता
अपनी भी चाहत का इक़रार करता
अपनी भी चाहत का इक़रार करता
काश कोई लड़का मुझे प्यार करता

मुझसे मुहब्बत का इज़हार करती
मुझसे मुहब्बत का इज़हार करती
काश कोई लड़की मुझे प्यार करती
काश कोई लड़की मुझे प्यार करती


हो वो बेचैन होती मैं बेताब होता
निगाहों में उसकी मेरा ख़्वाब होता
हो वो बेचैन होती मैं बेताब होता
निगाहों में उसकी मेरा ख़्वाब होता
शरमा के वो लगती गले
रखता उसे पलकों तले
चोरी चोरी वो मेरा दीदार करती
चोरी चोरी वो मेरा दीदार करती
काश कोई लड़की मुझे प्यार करती

मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता
मुझसे मुहब्बत का इज़हार करता
काश कोई लड़का मुझे प्यार करता
काश कोई लड़का मुझे प्यार करता
………………………………………………..
Mujhse mohabbat ka izhaar karta-Hum hain rahi pyar ke 1993

Artists: Aamir Khan, Juhi Chawla

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Jan 29, 2012

यूँ ही कट जायेगा सफर-हम हैं राही प्यार के १९९३

मंज़िल तो सफ़र करने पर ही मिलती है चाहे जीवन का
हो या पटपडगंज से दिलशाद गार्डन का. फ़िल्मी गीत है
इसलये साथ चलने पर ही मंज़िल मिलने की संभावना
है अन्यथा आप एकाग्र हो कर लगन के साथ सफ़र तय
करते रहो, मंज़िल ज़रूर प्राप्त होगी. मंज़िल ऐसी भी ना
हो कि दस माले की बिल्डिंग में आपको ग्यारहवे माले
पर जाने की इच्छा हो.

फिल्म हम हैं राही प्यार के एक हलकी फुल्की मनोरंजक
फिल्म है जिसमें एक दृश्य में अण्डों का प्रयोग है. उसी
समय टी वी के चैनलों पर एक केम्पेन आया करता था
जिसमें अंडे खाने की सलाह दी जाती थी.

नवनीत निशान एक अच्छी अभिनेत्री थीं मगर फिल्म
लाइन ने उन्हें लचर भूमिकाएं पकड़ा कर तारा सीरियल
से मिली प्रसिद्धि को धोने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हो
सकता है एम्प्लोय्मेंट प्रॉब्लम्स के चलते उन्हें ऐसे रोल
करने पड़े हों.



गीत के बोल:

यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

हम हैं राही प्यार के चलना अपना काम
हम हैं राही प्यार के चलना अपना काम
पल भर में हो जायेगी हर मुश्किल आसान
पल भर में हो जायेगी हर मुश्किल आसान
हौसला ना हारेंगे हम तो बाज़ी मारेंगे
हौसला ना हारेंगे हम तो बाज़ी मारेंगे
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

कहती हैं ये वादियाँ बदलेगा मौसम
कहती हैं ये वादियाँ बदलेगा मौसम
ना कोई परवाह है खुशियां हो या गम
ना कोई परवाह है खुशियां हो या गम
आँधियों से खेलेंगे दर्द सारे झेलेंगे
आँधियों से खेलेंगे दर्द सारे झेलेंगे
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से

मेहनत के आगे सभी तकदीरें बेकार
मेहनत के आगे सभी तकदीरें बेकार
होती उसकी जीत है जो ना माने हार
होती उसकी जीत है जो ना माने हार
रात जब ढल जाती है सुबह सुहानी आती है
हो रात जब ढल जाती है सुबह सुहानी आती है

यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
यूँ ही कट जायेगा सफ़र साथ चलने से
के मंज़िल आयेगी नज़र साथ चलने से
……………………………………………..
Yun hi kat jayega safar-Hum hain rahi pyar ke 1993

Artists: Aamir Khan, Juhi Chawla

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Jan 4, 2012

वो मेरी नींद मेरा चैन-हम हैं राही प्यार के १९९३

की वर्ड्स ऐसी कुंजियाँ हैं जिनके बारे में कई बार लिखने
वाले को भी नहीं मालूम होता कि गाना आगे कुछ गुलाटें
या हलचल मचाने वाला है. लौटा दो, लौट जाओ, लौट
गया, लौट आओ जैसे शब्द वाला गीत कुछ अनूठे हैं ये
आपने कभी गौर किया है.

जिस गाने में चैन शब्द आ जाए वो भी करतब दिखलाता
है. ऐसा एक गाना है हम है राही प्यार के फिल्म में जो
सुनने में अच्छा लगता है.

गीतकार समीर ने गीत रुपी ढोकले को वफ़ा जैसे शब्द से
बफ़ा दिया है जो खाने में मेरा मतलब सुनने में और भी
स्वादिष्ट लगता है.

साधना सरगम की आवाज़ है और नदीम श्रवण का संगीत.




गीत के बोल:

वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो

वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो
नींद जितनी भी मैने खोयी है
चैन जितना भी मैने खोया है
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो

एक मासूम दिल है और सितम हैं कितने
एक मासूम दिल है और सितम हैं कितने
इस मुहब्बत के सिवा और भी ग़म हैं कितने
इस मुहब्बत के सिवा और भी ग़म हैं कितने
मेरे इश्क़ का इम्तहान यूँ ना लो
तुम्हें है क़सम मेरी जान यूँ ना लो
ख्वाब जितने भी मैंने देखे हैं
याद जितना किया है मैंने तुझे
वो मेरे ख्वाब मेरी याद मुझे लौटा दो
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो

ये मेरी भूल थी जो मैने तुझे प्यार किया
ये मेरी भूल थी जो मैने तुझे प्यार किया
न मिलने वाले मुहब्बत का इन्तज़ार है
न मिलने वाले मुहब्बत का इन्तज़ार है
ये क्या रंग लाई है मेरी वफ़ा
मिली है मुझे किस लिये ये सज़ा
तेरी चाहत की प्यास थी मुझको
तुझको पाने की थी उम्मीद मुझे
वो मेरी प्यास वो उम्मीद मुझे लौटा दो

वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
नींद जितनी भी मैने खोयी है
चैन जितना भी मैने खोया है
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो
वो मेरे ख्वाब मेरी याद मुझे लौटा दो
वो मेरी प्यास वो उम्मीद मुझे लौटा दो
…………………………………………………
Wo mweri neend mera chain mujhe-Hum hain rahi pyar ke 1993

Artists: Aamir Khan, Juhi Chawla

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Oct 29, 2010

घूंघट की आड़ से दिलवर का-हम हैं राही प्यार के १९९३

एक विशेष जाति का कुत्ता होता है जिसके माथे पे बाल आ जाते
हैं और उसकी आँखों ढकी हुई सी प्रतीत होती हैं। कुछ लोग उसको
घूंघट वाला कुत्ता कहते हैं। उसके हाव भावों से ऐसा लगता है
मानों वो टेडी टेडी नज़र से देखने की कोशिश कर रहा हो। जैसे काला
चश्मा लगाये व्यक्ति के हाव भाव जान पाना मुश्किल होता है वैसे
ही इस कुत्ते का मूड पता लगा पाना आसान नहीं है।

घूंघट से एक गीत याद आया। या यूँ कहिये घूंघट वाले कुत्ते के नाम
से ये गीत याद आया। ये गीत एक थोड़ी नयी फिल्म का है।
फिल्म का नाम है-हम हैं राही प्यार के। इसे फिल्माया गया है
जूही चावला और आमिर खान पर। बोल समीर के हैं और धुन बनायीं
है नदीम श्रवण ने। गीत खासा लोकप्रिय गीत है।



गीत के बोल:

घूंघट की आढ़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक न पड़े आशिक की नज़र
सिंगार अधुरा रहता है
घूंघट की आढ़ से दिलबर का

घूंघट की आढ़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक न मिले नज़रों से नज़र
इकरार अधूरा रहता है
घूंघट की आढ़ से दिलबर का

दिलबर का, दिलबर का, दिलबर का


गोरे मुखड़े से घूँघटा हटाने दे
घडी अपने मिलन की तो आने दे
मेरे दिल पे नहीं मेरा काबू है
कुछ नहीं ये तो चाहत का जादू है
बढती ही जाती है सनम प्यार की ये बेखुदी, हो
दो प्रेमियों के न मिलने से
संसार अधूरा रहता है
जब तक न मिले नज़रों से नज़र
इकरार अधूरा रहता है

घूंघट की आढ़ से दिलबर का
दिलबर का, दिलबर का, दिलबर का

बाग़ में गुल का खिलना ज़रूरी है
हाँ मोहब्बत में मिलना ज़रूरी है
पास आने का अच्छा बहाना है
क्या करूँ मैं कि मौसम दीवाना है
दिल मेरा धड़काने लगी अब तो ये दीवानगी हो
बिना किसी यार के जान-इ-जान
ये प्यार अधूरा रहता है

जब तक न मिले नज़रों से नज़र
इकरार अधूरा रहता है
घूंघट की आढ़ से दिलबर का

दिलबर का दिलबर का दिलबर का
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Ghoonghat ki aad se dilvar ka-Ham hain rahi pyar ke  1993

Artists - Aamir Khan, Juhi Chawla

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Nov 19, 2009

रात लगा के आई-हम हैं राही प्यार के १९६१

कम सुने हुए गीतों की बात की जाए फ़िर से एक बार।
ये गीत है फ़िल्म-'हम हैं राही प्यार के' से। आपने शायद
आमिर खान वाली "हम हैं राही प्यार के " के बारे में सुना होगा।
इस फ़िल्म के बारे में मैंने भी नहीं सुना था कुछ समय पहले तक।
ये गीत लिखा है राजा मेहँदी अली खान ने और संगीत है खय्याम का।
खय्याम के लिए राजा मेहँदी अली ने शायद केवल इसी फ़िल्म में
गीत लिखे हैं। राजा मेहँदी मदन मोहन के लिए ज्यादा गीत लिखते रहे।
'अलग हटके' उपमाएं पुराने गीतकार समय समय पर इस्तेमाल करते
रहे हैं मगर वाह-वाही गुलज़ार को ज्यादा मिली। इसको कहते हैं तकदीर
का खेल।



गाने के बोल:

रात लगा के आई चंदा की बिंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

रात लगा के आई चंदा की बिंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

प्यार में डूबी हुई ठंडी हवाएं
आग लगाये मेरे जी को जलाएं

प्यार में डूबी हुई ठंडी हवाएं
आग लगाये मेरे जी को जलाएं
जी को जलाएं

नेहा लगा के मैं तो हो गई बंवरिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

सीने में ले के आई अरमान हजारों
दिल में छुपा के लायी तूफ़ान हजारों
सीने में ले के आई अरमान हजारों
दिल में छुपा के लायी तूफ़ान हजारों
तूफ़ान हजारों

यूँही तडपाओगे क्या सारी उमरिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

होके हमारे पिया हमसे जुदा हो
बड़े संगदिल हो जी बड़े बेवफा हो
होके हमारे पिया हमसे जुदा हो
बड़े संगदिल हो जी बड़े बेवफा हो
बड़े बेवफा हो

तुमसे न बोलूंगी मैं जाओ संवरिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

रात लगा के आई चंदा की बिंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया
ले गए तुम मेरी अंखियों की निंदिया

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