Dec 22, 2014

ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे-अलबेला १९७१

किशोर कुमार का गीत सुने कई दिन हो गए हमें इस ब्लॉग पर.
आज सुनते हैं एक उपदेशात्मक गीत फिल्म अलबेला से. सन
१९७१ की फिल्म अलबेला में महमूद नायक हैं. गीत उन्हीं के
ऊपर फिल्माया गया है.

हास्य कलाकारों ने जब भी संजीदा किरदार निभाने की कोशिश
की, जनता ने उनको अस्वीकार किया. फिल्म उद्योग में एक बार
कोई ठप्पा लग जाये तो उससे पीछा छुडाना मुश्किल होता है.
फिल्म अलबेला मधुर संगीत के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर टिकी
नहीं. गीत ऐसा सुनाई देता है मानो महमूद अपनी व्यथा गा रहे
हों. उस समय का गीत है जब शंकर और जयकिशन अलग अलग
संगीत दे रहे थे. ये धुन जयकिशन की बनाई हुई है.




गीत के बोल:

ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार

अलबेले आज़ाद परिंदे
मस्ती में तू गाता चल
पी ली खा ले प्यार का दाना
झूम झूम लहराता चल
अरे पी ली खा ले प्यार का दाना
झूम झूम लहराता चल

ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल

निर्धन की कोई बात न पूछे
दौलत के सब बंदे हैं
मनमानी करते हैं
ज़ालिम ऑंखें रख कर अंधे हैं
मनमानी करते हैं
ज़ालिम ऑंखें रख कर अंधे हैं

ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल मत कर किसी पे ऐतबार
हर कदम पे हैं धोखे हज़ार
ऐ मेरे दिल
………………………………………………………..
Ae mere dil-Albela 1971

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