Apr 29, 2015

तन्हा दिल घबराता है-त्यागी १९९२

आज के दिन सुनते हैं बप्पी लहरी के संगीत से सजी
फिल्म त्यागी(१९९२) का एक गीत. इसे गीतकार
के के वर्मा ने लिखा है और इस गीत को कुमार सानू,
सपना मुखर्जी ने गाया है. ये टेलीफ़ोन हिट्स श्रेणी
का गीत है और इसमें कोर्डलेस टेलीफ़ोनों ने बहुत
उम्दा अभिनय किया है. फिल्म के निर्देशक के सी
बोकाडिया हैं.

फिल्म मैंने प्यार किया से हलचल मचाने वाली
भाग्यश्री पटवर्धन जल्द ही शादी के बंधनों में बंध
गईं और फ़िल्मी दुनिया से दूर हो गयीं. जल्द ही
वे फ़िल्मी दुनिया में लौटीं.इस बार वे इस शर्त
के साथ आईं कि वे अपने पति के साथ ही फ़िल्में
करेंगी.

उनके पति का कद और डील डौल अच्छा है मगर
वे फ़िल्मी नायक न बन पाए. एक्टिंग उनसे बस
का रोग नहीं था. वे एक सफल बिजनेसमेन ही ठीक
थे. तीन फ़िल्में अपने पति के साथ करने के बाद वे
फ़िल्मी दुनिया से ओझल हो गयीं. सन १९९३ में आई
घर आया मेरा परदेसी उनकी बतौर नायिका अंतिम
हिंदी फिल्म रही ९० के दशक में.



गीत के बोल:

हेलो हेलो हाय
हेलो

तन्हा दिल घबराता है
मीठा दर्द जगाता है
आ जाओ तुम जल्दी से
दम घुटता सा जाता है
तन्हा दिल घबराता है
मीठा दर्द जगाता है
आ जाओ तुम जल्दी से
दम घुटता सा जाता है

इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है
इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है

हेलो हेलो हेलो हेलो

अभी तो घर पे डैडी हैं
अभी नहीं मैं आ सकती
दिल को ज़रा सम्भालो न
अभी तो मिल के आई हूँ
अभी तो घर पे डैडी हैं
अभी नहीं मैं आ सकती
दिल को ज़रा सम्भालो न
अभी तो मिल के आई हूँ

फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है
फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है

हेलो हेलो हेलो हेलो
हेलों बोलो हेलों बोलो ना

सताओ न देखा दीवाना बना के
आ जाओ कोई बहाना बना के
सताओ न देखा दीवाना बना के
आ जाओ कोई बहाना बना के
थोड़ी करेंगे प्यार की बातें
चली जाना मेरा दिल बहला के

पल पल मुझे जलाता है तेरी याद दिलाता है
आ जाओ तुम जल्दी से दम घुटता जाता है
इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है
इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है

अभी तो घर पे डैडी हैं
अभी नहीं मैं आ सकती
दिल को ज़रा सम्भालो न
अभी तो मिल के आई हूँ

फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है
फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है

हेलो हेलो हेलो हेलो
हेलों बोलो हेलों बोलो ना

देखो न कैसा मौसम है
आ जाओ न
न बाबा ना

क्या करूँ कुछ नहीं समझ में आता है
मेरे बिना तुम्हें क्या हो जाता है
क्या करूँ कुछ नहीं समझ में आता है
मेरे बिना तुम्हें क्या हो जाता है
तुमसे मिलने को मेरा भी मन है
मेरी मजबूरी मुझे रोके बंधन है
कैसे तुम्हें बताऊँ मैं
मुझसे भी रहा नहीं जाता है
दिल को ज़रा सम्भालो न
अभी तो मिल के आई हूँ

फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है
फिर किसलिए तुमने टेलीफ़ोन किया है

तन्हा दिल घबराता है
मीठा दर्द जगाता है
आ जाओ तुम जल्दी से
दम घुटता सा जाता है

इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है
इसलिए मैने टेलीफ़ोन किया है
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Tanha dil ghabraata hai-Tyagi 1992

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