Apr 8, 2015

अरे भई निकल के आ घर से-नयी दिल्ली १९५६

गाना या गाने की कल्पना करना मुश्किल सा होता है.
छोटे मुखड़े वाले गीत या ऐसे गीत जिनमें बोलों और
संगीत का घुटा हुआ घोल होता है गुनगुनाना टेढ़ी खीर
होता है और मुंह से संगीत निकलने के उपक्रम में कई
बार कोमेडी हो जाती है. एक ऐसा गीत है फिल्म १९५६
की फिल्म नयी दिल्ली से. अरे भाई निकल के आ घर
से- इस गीत के मुखड़े के बाद एक ध्वनि है “पें” इसे
गुनगुनाने वाले भी ऐसे ही गुनगुनाया करते. इसे सुनने
में अलग सा आनंद आता.

कुछ ऐसा है अरे भाई निकल के आ घर से, आ घर से “पें”
अब इस “पें” का कोई मतलब नहीं मगर गुनगुनाने
की कंट्यूनिटी न गडबडाए इसलिए इसके इसे भी गाया
जाता. वैसे ये है भी हास्य और हलके फुल्के अंदाज़ वाला
गीत, इसलिए सब चलेगा “पें” गांव चाहे “फें” गाओ.
गीत में हर अंतरे में एक भाषा है हिंदी के अलावा.
आनंद उठाइए इस गीत का. गीत में हल्का व्यंग्य भी
धीरे से डाल दिया है कविवर शैलेन्द्र ने टूटी ढपली वाली
पंक्ति में.




गीत के बोल:

अरे भई निकल के आ घर से
अरे भई निकल के आ घर से

अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
दुनिया की रौनक देख फिर से देख ले फिर से
दुनिया की रौनक देख फिर से देख ले फिर से
होय, अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से


केम ऊँघे चे भई घनश्याम जी, ओ
केम ऊँघे चे भई घनश्याम जी
ओ हो ओ हो ओ
दुनिया बदल गयी प्यारे, आगे निकल गयी प्यारे
अरे दुनिया बदल गयी प्यारे, आगे निकल गयी प्यारे
अन्धे कुँए में घुस के क्यों बैठा हुआ है मन मारे

अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
दुनिया की रौनक देख फिर से देख ले फिर से
अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से

तुला भीती ही कसली वाटते, रे
तुला भीती ही कसली वाटते
ओ हो ओ हो ओ
पानी को, तेल को छोड़ा, बिजली की रेल को छोड़ा
अरे पानी को, तेल को छोड़ा, बिजली की रेल को छोड़ा
कल चाँद और तारों में पहुँचेगा एटमी घोड़ा

अरे भई, अरे भई
अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
दुनिया की रौनक देख फिर से, देख ले फिर से
अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से

कैनो भाबेन औकारेनो भुंकी बाबू, रे
कैनो भाबेन औकारेनो भुंकी बाबू, रे
ओ हो ओ हो ओ
कल जो था कल रहा होगा, आगे की सोच क्या होगा
अरे कल जो था कल रहा होगा, आगे की सोच क्या होगा
टूटी पुरानी ढफली पे, तू कल का मर्सिया मत गा

अरे भई निकल के आ घर से, आ घर से
दुनिया की रौनक देख फिर से देख ले फिर से
दुनिया की रौनक देख फिर से देख ले फिर से
...............................................

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